https://www.hindiroot.com/ Sat, 03 Dec 2022 08:45:53 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.4.3 https://www.hindiroot.com/wp-content/uploads/2019/06/cropped-fevicon-32x32.png https://www.hindiroot.com/ 32 32 कैसे हुई Alibaba की शुरुआत, जानिए Jack Ma की सफलता की कहानी https://www.hindiroot.com/how-alibaba-started-know-jack-ma-success-story/ https://www.hindiroot.com/how-alibaba-started-know-jack-ma-success-story/#respond Sat, 03 Dec 2022 08:41:54 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=16807 Jack Ma Success Story in hindi – दुनिया में जब सफल लोगों का नाम लिया जाता है तो उनमें Jack Ma (जैक मा) का नाम जरूर याद किया जाता है. इसकी वजह है उनके द्वारा किया गया संघर्ष. उन्होने अपने जीवन में सफल होने के लिए काफी संघर्ष किया जिससे आज कई Business करने वाले ... Read more

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Jack Ma Success Story in hindi – दुनिया में जब सफल लोगों का नाम लिया जाता है तो उनमें Jack Ma (जैक मा) का नाम जरूर याद किया जाता है. इसकी वजह है उनके द्वारा किया गया संघर्ष. उन्होने अपने जीवन में सफल होने के लिए काफी संघर्ष किया जिससे आज कई Business करने वाले लोग उन्हें अपना आदर्श मानते हैं. मानना भी चाहिए क्योंकि इतनी बार असफल होने के बाद भी उन्होने हार नहीं मानी और आज वो एक सफल Businessman बनकर दुनिया के सामने एक मिसाल बनकर खड़े हैं. उन्होने इस बात को साबित कर दिया की इंसान अगर चाहे तो अपनी किस्मत को भी बदल सकता है. Jack Ma के जीवन की कहानी हमें काफी कुछ सिखाती है. अगर आप कोई Business शुरू करना चाहते हैं या काफी निराशा के दौर में जी रहे हैं तो आपको Jack Ma के जीवन की कहानी जरूर पढ़नी चाहिए.

Jack Ma का जीवन – Jack Ma Life

(Jack ma ka Jivan Parichay In Hindi) Jack Ma की गिनती China के अमीरों में की जाती है. उनके पास आज बेशुमार दौलत है लेकिन ये दौलत उनके पास हमेशा से नहीं थी. उन्हें ये सब विरासत में प्राप्त नहीं हुआ था. ये सब उन्होने अपनी मेहनत के बलबूते पर प्राप्त किया है. (Jack Ma Ka Janm In Hindi) Jack Ma का जन्म 10 सितंबर 1964 को China के जोजिआंग प्रांत के हन्हाजु गाँव में हुता था. इनके माता-पिता पारंपरिक गाने गाने और कहानियां सुनाने का काम किया करते थे. Jack Ma जब छोटे थे तब से उन्हें English सीखने का बड़ा शौक था. English सीखने के लिए उन्होने कोई Class, Tuition Or Institute को Join नहीं किया. बल्कि वो तो हर दिन सुबह साइकिल से पास की होटल पर जाते थे जहां पर वो विदेशी नागरिकों के साथ थोड़ी-बहुत English में बात करके उनसे English सीखने की कोशिश किया करते थे.

Jack Ma का करियर – Jack Ma Career

Jack Ma को English सीखने का शौक तो था लेकिन उन्हें पढ़ने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी. उनकी English अच्छी होते ही उन्होने China में Guide का काम शुरू किया और वे विदेशी लोगों को मुफ्त में शहर का Guide करते थे. इससे उनकी English काफी अच्छी हो गई थी. Jack Ma ने नौ सालों तक ये काम किया था. Jack Ma के करियर की शुरुआत काफी निराशाजनक रही थी. करियर की शुरुवात में उन्होने 30 अलग-अलग जगह पर नौकरी के लिए आवेदन किया था. जिसमें Police से लेकर Kfc की नौकरी तक शामिल थी. Police की नौकरी में उन्हें शारीरिक रूप से सही नहीं होने पर नहीं रखा गया. इसके बाद Kfc में भी उनका चयन नहीं हुआ.

(Jack Ma Motivational Story In Hindi) Jack Ma की मोटीवेशनल स्टोरीज़ में कहा जाता है कि उन दिनों China में Kfc नई थी. Jack Ma उसमें जॉब के लिए गए थे. वहां कुल 24 लोगों ने Interview दिया था उन 24 लोगों में से 23 लोगों को नौकरी मिल गई सिर्फ Jack Ma ही ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें वहां नौकरी पर नहीं रखा.

Jack Ma की English काफी अच्छी हो गई थी. वे जब बड़े हुए तो उन्होने University में दाखिला लेने के लिए Entrance Exam दिया जिसमें वे तीन बार फेल हुए. इसके बाद Jack Ma ने हंजाऊ टीचर्स इंस्टीट्यूट में Admission लिया और 1988 में उन्होने English में Graduation पूरा किया. बाद में वो हंजाऊ University में English और International Business के Lecturer बन गए.

Jack Ma और Internet – Jack Ma And The Internet

(Jack Ma ने Internet पर पहला शब्द क्या सर्च किया?) Jack Ma जब Guide का काम किया करते थे तब उनका एक Foreign Friends रहता था जो America में रहा करता था. वो Jack Ma को America से पत्र भेजा करता था. Jack Ma ने साल 1994 में Internet का नाम पहली बार सुना और उनके मन में इसे लेकर जिज्ञासाएं उत्पन्न हुई. वे अपने मित्र की मदद से America गए और उन्होने वहां पहली बार Internet देखा. (Jack Ma Ne Intaranet Par Pahala Shabd Kya Sarch Kiya) जब उन्होने पहली बार Internet चलाया तो उन्होने पहला शब्द Beer सर्च किया था.

Jack Ma की पहली Website – Jack Ma First Website

(Jack Ma Ki Pahli Website In Hindi) Jack Ma ने Internet पर अपने देश के बारे में Sarch किया और दुर्भाग्य से उस समय उन्हें अपने देश के बारे में Internet पर कोई जानकारी नहीं मिली. इस वजह से Jack Ma काफी दुखी हुए और उन्होने China की जानकारी देने वाली एक Website बनाने के बारे में सोचा. उन्होने अपने दोस्त के साथ मिलकर China की जानकारी देने वाली Website Ugly बनाई. इस Website पर कुछ घंटों के बाद ही China के लोगों के E-Mail आए जिसमें उनके काम की तारीफ की गई. Jack Ma इससे काफी खुश हुए और उन्हें अहसास हुआ की Internet की ताकत क्या कर सकती है.

Jack Ma की पहली Business Website – Jack Ma First Business Website

(Jack Ma Ki Pahli Business Website In Hindi?) Jack Ma ने Internet की ताकत को समझते हुए साल 1995 में अपनी पत्नी और दोस्तों की मदद से 20 हजार डॉलर इकट्ठे किए और (Jack Ma First Business Website) एक नई Company China Yellow Pages बनाई. ये Company एक Website थी जो दूसरे लोगों और कंपनियों के लिए Website बनाने का काम किया करती थी. Jack Ma की इस Company ने 3 साल में 8 लाख डॉलर कमाए.

अलीबाबा की शुरुआत – The Beginning Of Alibaba

Jack Ma अपने पहले Website के Business से जान चुके थे की Internet से कैसे Business किया जा सकता है. उन्होने कुछ दिन Market की बारीकियों को समझा और जाना की किस चीज की जरूरत है. साल 1999 तक उन्होने कई अलग-अलग जगह नौकरी की लेकिन 1999 में वे सब छोड़कर अपनी टीम के साथ हंजाऊ लौट आए. यहां उन्होने अपने 17 दोस्तों की मदद से बी2बी Website अलीबाबा (B2b Website Alibaba) को बनाया. अलीबाबा नाम के पीछे बताया जाता है की Jack Ma ने अलीबाबा नाम इसलिए रखा क्योंकि इस नाम को दुनियाभर के लोग जानते हैं. खासतौर पर एशिया में अलीबाबा और चालीस चोर की कहानी काफी फेमस है. इसलिए उन्होने अपनी Website का नाम अलीबाबा रखा. उनका कहना था की अलीबाबा नाम लेते ही खुल जा सिम सिम वर्ड याद आता है. मतलब कोई खजाना. Jack Ma की Website भी एक खजाने की तरह थी जिसमें जरूरत के प्रॉडक्ट थे.

अलीबाबा की सफलता – Alibaba Success

(Alibaba Success Story In Hindi) जिस समय Jack Ma अलीबाबा Website को China में लेकर आए उस समय E Commerce का इतना बोलबाला नहीं था. अलीबाबा के सफल होने के पीछे एक कारण ये भी है कि अलीबाबा ने Market कि जरूरतों को अपनी Website के जरिये पूरा किया. यानि लोग Internet कि मदद से आसानी से ये जानने लगे कि किसी चीज की कीमत कितनी होगी. उन्हें अगर वो Internet पर सस्ती लगी तो वो उसे घर बैठे खरीदने लगे. साल 2014 के आंकड़ों तक अलीबाबा ने New York Stock Exchange में 25 बिलियन डॉलर की Company खड़ी कर दी थी. (Best Tech Company In The World) Alibaba को दुनियाभर की बेस्ट टेक Company में गिना जाता है.

अलीबाबा की सहायक Company – Subsidiary Of Alibaba

अलीबाबा की प्रमुख सहायक कंपनियां हैं.

  • Alibaba.Com
  • Taobao Marketplace
  • Etao
  • Alibaba Cloud Computing
  • Juhuasuan
  • 1688.Com
  • Aliexpress.Com
  • Alipay

Jack Ma की उपलब्धियां – Jack Ma Achievements

Jack Ma काफी हद तक असफल होने के बाद सफल हुए और उन्होने अपनी इस सफलता के मौके को काफी भुनाया. उनके नाम पर कई उपलब्धियां हैं.

  • 2004 में Jack Ma को China Central Television द्वारा Top 10 Business Leaders Of The Year चुना गया.
  • 2005 में Jack Ma को World Economic Forum द्वारा Young Global Leader चुना गया और Fortune Magazine में 25 Most Powerful Business People In Asia में चुना गया.
  • साल 2007 में Jack Ma को Business Week पर Businessperson Of The Year चुना गया.
  • साल 2008 में उन्हें World Best Ceo की लिस्ट में शामिल किया गया.
  • साल 2009 में उन्हें Time Magazine द्वारा 100 Effective People की सूची में शामिल किया गया.
  • साल 2013 में उन्हें Hong Kong University Of Science And Technology द्वारा Doctored की उपाधि दी गई थी.
  • साल 2015 में उन्हें The Asian Awards में Entrepreneur Of The Year से नवाजा गया.

Jack Ma का जीवन काफी संघर्षों से भरा था. उनकी जगह कोई और व्यक्ति होता तो वो अपने जीवन से काफी निराश हो जाता लेकिन इतनी निराशा में भी Jack Ma ने अपने लिए एक सफलता का मार्ग खोज निकाला. जब उन्हें वो मार्ग मिला तो उन्होने जी-जान लगाकर उस अवसर का लाभ उठाया और आज वो एक सफल Businessman बन गए हैं.

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Satta Matka क्या है, भारत में सट्टे के कानून और नियम? https://www.hindiroot.com/what-is-satta-matka-betting-laws-and-rules-in-india/ https://www.hindiroot.com/what-is-satta-matka-betting-laws-and-rules-in-india/#respond Thu, 03 Nov 2022 12:53:25 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=16797 Satta Matka / Paise Kaise Kamaye In Hindi – दुनिया में पैसे कमाने के कई तरीके हैं जिनमें से अधिकतर तरीकों में आपको मेहनत करके पैसा कमाना पड़ता है, लेकिन कुछ ऐसे भी तरीके हैं जिसमें आपको कम मेहनत करनी पड़ती है और आपके भाग्य के आधार पर आप पैसा कमा पाते हो. जुआ (Gambling) , ... Read more

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Satta Matka / Paise Kaise Kamaye In Hindi – दुनिया में पैसे कमाने के कई तरीके हैं जिनमें से अधिकतर तरीकों में आपको मेहनत करके पैसा कमाना पड़ता है, लेकिन कुछ ऐसे भी तरीके हैं जिसमें आपको कम मेहनत करनी पड़ती है और आपके भाग्य के आधार पर आप पैसा कमा पाते हो. जुआ (Gambling) , सट्टा (Speculative), लॉटरी (Lottery) ये कुछ ऐसे ही तरीके हैं जिनमें आपका भाग्य साथ दे तो आप बिना मेहनत किए बहुत सारा पैसा कमा लेते हो. भारत में सट्टा लगाने के लिए कई सारे Platform है (Platforms For Betting In India) जहां सट्टा लगाकर लोग पैसा जीतते और हारते हैं. लेकिन भारत में सट्टा Legal नहीं है. इसलिए इस पूरे सट्टा Market को गैर कानूनी माना जाता है. यदि कोई व्यक्ति सट्टा लगाते हुए पकड़ा जाता है तो उस कानूनी कार्यवाही की जाती है. फिर भी काफी सारे लोग सट्टे में अपना पैसा लगाते हैं.

भारत में सट्टे की शुरुआत कैसे हुई? Betting Started In India?

भारत में सट्टे कई नाम से लगाए जाते हैं. माना जाता है की भारत में ये काफी पहले से खेला जाता रहा है. पुराने समय में New York Cotton Exchange से Bombay Cotton Exchange को भेजी जानी वाली Cotton की Opening के आधार पर पहले बेटिंग कर सट्टा खेला जाता था. यानि की New York Exchange से जो Cotton का Rate भारत आता था वो किस Rate पर खुलता था और किस Rate पर बंद होता था उस पर सट्टा लगाया जाता था. जिसका अनुमान सही होता था वो इस सट्टे की राशि को जीत जाता था. लेकिन साल 1961 में New York Cotton Exchange ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया. तब जाकर भारत में सट्टा लगवाने वाले कुछ व्यक्तियों ने Satta Matkaकी शुरुवात की.

Satta Matka क्या है? What Is Satta Matka?

Satta Matka सट्टे का एक प्रकार है जिसमें एक घड़े में कुछ Numbers की पर्चियाँ डाली जाती है. इन पर्चियों में से एक पर्ची को निकाला जाता है और सट्टे के Result की घोषणा की जाती है. पर्चियाँ निकालने से पहले लोग इस बात के अनुमान पर पैसा लगाते हैं की घड़े से कौन से नंबर की पर्ची निकलेगी. जो लोग सही अनुमान लगा लेते हैं वो सट्टे की राशि जीत जाते हैं और जिनका अनुमान गलत होता है वो अपनी राशि को हार जाते हैं. सट्टे की पर्चियों में एक सिंगल नंबर होता है जैसे 1,2,3,…..0 तक और जोड़ी होती है जैसे 12, 23, आदि. कुछ लोग जोड़ी पर पैसा लगाते हैं तो कुछ सिंगल नंबर पर पैसा लगाते हैं.

सट्टे किन नामों से चलते हैं? Names Of The Bets?

सट्टा सबसे ज्यादा Maharashtra में प्रचलित है. पूरे देश से कई सारे लोग पैसा लगाते हैं और इसके नंबर Maharashtra से निकलते हैं. आमतौर पर लोग Satta Matka को ज्यादा जानते हैं और इसी पर पैसा लगाते हैं. लेकिन सट्टा कई और नामों पर भी लगता है. जैसे Kalyan Matka, Kuber Matka, Man Mumbai Matka, DP Boss, Indian Matka, Worli Matka, Super Day Matka, Boss Matka, Kuber Matka, Madhur Matka, Block Satta, Gali Disawar, Guru Delhi, Mayapuri, Delhi King, Mumbai Morning आदि.

सट्टे के लिए भारत में कानून – Laws In India For Betting

सट्टे के लिए भारत में कड़े कानून बनाए गए हैं. इन्हें रोकने के लिए State Government अपने हिसाब से कानून बनाती है और कार्यवाही करती है. British Raj में बनाए गए Public Gambling Act 1867 के तहत देश में सट्टा खेलना गैर कानूनी है. अगर कोई व्यक्ति पहली बार सट्टा या जुआ खेलते हुए पकड़ा जाता है तो उस पर 100 से 300 रुपये का जुर्माना लगता है या फिर उसे एक महीने की जेल होती है. अगर वही व्यक्ति एक से ज्यादा बार सट्टा या जुआ खेलते हुए पकड़ा जाता है तो जुर्माने की रकम 200 से 500 के बीच हो जाती है और सजा एक से 6 महीने तक की हो सकती है.

सट्टा कैसे लगाया जाता है? How Is Betting Done

Betting Kaise Ki Jati Hai In Hindi – भारत में सट्टा सार्वजनिक तौर पर कहीं पर भी नहीं लगाया जाता है क्योंकि ये गैर कानूनी है. इसे लगाने और राशि प्राप्त करने के सारे काम चोरी-छिपे होते हैं. अगर आप ऐसा कोई Platform ढूंढ रहे हैं जिस पर आप सट्टा लगा पाये और वो आपको ऑनलाइन मिल जाए तो ऐसे किसी Platform पर भरोसा न करें क्योंकि इसमें आप अपनी राशि गँवाने के बाद किसी को कुछ नहीं कह सकते. हमारी राय तो यही है की आप सट्टा लगाए ही न क्योंकि ये भारत में गैर कानूनी है.

क्या सट्टा खेलने से इंसान अमीर हो जाता है? Does Betting Make A Person Rich?

कई लोगों को लगता है कि सट्टा खेलने से इंसान बहुत अमीर हो जाता है, रातों-रात उसकी किस्मत चमक जाती है. लेकिन ऐसा सोचना बहुत गलत है. सट्टा खेलने से हो सकता है कि कुछ लोग अमीर हो गए हो लेकिन अधिकतर लोग सट्टे में कंगाल और पागल हो गए हैं. सट्टा एक तरीके का नशा है जिसमें इंसान एक बार लिप्त हो गया तो उससे बाहर आना मुश्किल हो जाता है. सट्टा लगाने वाला व्यक्ति दिन रात सिर्फ सट्टे में आने वाले Numbers के बारे में ही सोचता रहता है. किसी व्यक्ति का अगर एकाध बार सट्टा खुल भी गया तो बाद में उसके जीतने के चांस कम होते हैं. एक बार अगर वो राशि जीत भी जाता है तो बाद में उससे ज्यादा का सट्टा लगा देता है. यानी कि उसने जो जीता उससे ज्यादा गंवा दिया. सट्टा लगाने के चक्कर में कई लोग अपने Career को खराब कर देते हैं. जीवन के जिन दिनों में उस व्यक्ति को अपने Career के लिए मेहनत करनी थी वो सट्टे के Numbers के बारे में सोच रहा था. इस बीच उसने अपने Career को बनाने के लिए न कोई हुनर सीखा न कहीं Job की और न ही किसी Business को शुरू करने का मन बनाया. इसके बाद जब उसे होश आया तो उसकी उम्र बहुत ज्यादा हो चुकी थी. अब उसके पास करने के लिए कुछ नहीं बचा.

Disclaimer :- सट्टा खेलना एक गैर कानूनी काम है. अगर आप सट्टा खेलते या लगाते पकड़े जाते हैं तो आप पर कानूनी कार्यवाही होती है. इसलिए सट्टे जैसी चीजों में अपने जीवन का समय बर्बाद न करें. शुरू में आपको ये शौक के तौर पर काफी अच्छा लग सकता है लेकिन जब आप इसमें उतरेंगे तो आप दिन रात इसी के बारे में सोचने लगेंगे. आप अपना कामकाज छोड़कर बस सट्टे के Numbers का अनुमान लगाते रहेंगे. इसलिए सट्टे से दूर रहे और अपने जीवन में आगे बढ़ें.

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Google Maps पर अपने Business की location कैसे डालें? https://www.hindiroot.com/how-to-add-business-location-in-google-maps/ https://www.hindiroot.com/how-to-add-business-location-in-google-maps/#respond Tue, 27 Sep 2022 13:11:03 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=16790 How to add your Business Profile on Google

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जब आप Google Map का इस्तेमाल करते हैं तो आपने देखा होगा की उस पर किसी Shop का नाम, किसी ATM का नाम, किसी Medical का नाम, किसी Hospital का नाम उसकी Location पर आ जाता है. तब आपके मन में भी विचार आता है की आपकी दुकान की Location को भी Google Map पर डाला जाए. (Dukan Ki Location Google Map Par Kaise Dale) लेकिन सवाल ये है की Google Map पर अपनी Location या दुकान की Location को कैसे डालें. Google Map पर कोई भी Location डालना काफी आसान है. इसे आप अपने Smartphone की मदद से भी कर सकते हैं.

Google Map पर दुकान की Location कैसे डालें? How To Enter Shop Location On Google Map?

Google Map Par Dukan Kaise Dalen In Hindi – Google Map पर दुकान की Location डालने के लिए सबसे पहले अपने Mobile में Google Map को Open करें. इसके बाद Google Map के Menu पर जाएं. यहां आपको कई सारे Option नजर आएंगे. इन्हीं में एक Option होगा Add A Missing Business. आपको इस पर Click करना है और आपके सामने एक Form खुल जाएगा.

Google Map पर Location डालने का Form

Google Map पर Location Ed करने के लिए जो Form खुलेगा इसमें आपको अपने Business का नाम लिखना है. यानी जो आपकी Shop या Office का नाम है वो लिखना है. इसके बाद अपने Business की Category लिखना है. जैसे आपका School है, Restaurant है या किस चीज का Business है. इसके बाद आपको अपना Address लिखना है और Map पर अपनी Location को Pin करना है. इसके बाद अपने Phone Number, Mobile Number, Website आदि को आप जोड़ सकते हैं. इन सभी जानकारी को फिल करने के बाद आपको इस Form को Submit करना है. Google Map इस Location को Review करेगा और सब कुछ सही रहा तो 24 घंटे के अंदर उसे Approval कर देगा. 24 घंटे बाद आप आपकी Shop या Business के नाम को उस Location पर देख पाएंगे.

क्या Google Map पर दूसरी जगह की जानकारी डाल सकते हैं? Can I Put Other Location Information On Google Maps?

Google Map Par Jankari Kaise Jode – Google पर किसी Location पर आप अपना Business की जानकारी डाल सकते हैं लेकिन इसी के साथ आप किसी अन्य Location के बारे में भी जानकारी Share कर सकते हैं. जैसे आपके आस-पड़ोस में कोई फेमस मंदिर हो और उसके बारे में Google पर कोई जानकारी न हो तो आप उस Location पर वो जानकारी डाल सकते हैं जिससे वहाँ Visit करने वाले व्यक्ति को आसानी हो.

Google Map पर Location का Status कैसे चेक करें? How To Check Location Status On Google Map?

Google Map Par Location Status Kaise Dekhe – Google Map पर जो Location की जानकारी आप डालते हैं वैसे तो वो 24 घंटे के भीतर Update कर दी जाती है, लेकिन अगर ये Update नहीं हो पाती है तो आप उसका Status चेक कर सकते हैं. इसका Status चेक करने के लिए Google Map Open करके Menu में जाएं. इसके बाद Your Contribution के Option पर Click करें. यहां आपको पता लगेगा की आपके द्वारा Set की गई Location की जानकारी Approval हुई है या नहीं.

Google Map पर आप Location को Set तो कर सकते हैं लेकिन कभी भी कोई गलत जानकारी किसी Location पर Set न करें. इससे Google Map का इस्तेमाल करने वाले लोगों को धोखा हो सकता है. आप जो भी जानकारी दे वो सही होना चाहिए.

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Flipkart को किसने बनाया, जानिए Sachin Bansal की सक्सेस स्टोरी https://www.hindiroot.com/success-story-of-sachin-bansal/ https://www.hindiroot.com/success-story-of-sachin-bansal/#respond Sun, 11 Sep 2022 10:49:21 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=16785 Flipkart भारत का पहला E Commerce Portal है और दूसरी बात ये की ये भारत के ही लोगों ने बनाया है. इसे बनाने वाले दो व्यक्ति है Sachin और Binny Bansal दोनों दोस्त हैं. दोनों ने साथ पढ़ाई की, साथ Job की और साथ ही अपना Business शुरू किया.

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भारत में जब Shopping Online करने की बारी आती है तो हमारे जेहन में पहला नाम Flipkart का आता है. इसकी वजह ये है की ये भारत का पहला E Commerce Portal है और दूसरी बात ये की ये भारत के ही लोगों ने बनाया है. इसे बनाने वाले दो व्यक्ति है Sachin और Binny Bansal दोनों दोस्त हैं. दोनों ने साथ पढ़ाई की, साथ Job की और साथ ही अपना Business शुरू किया. इस लेख में आप जानेंगे की Flipkart कैसे शुरू हुआ? How Flipkart Started, Flipkart के Founder कौन हैं? Who Is The Founder Of Flipkart, Sachin Bansal की क्या कहानी है? What Is The Story Of Sachin Bansal, Sachin Bansal के आगे के क्या Plan हैं? Plans For Sachin Bansal.

Flipkart के Founder कौन हैं? Who Is The Founder Of Flipkart

Flipkart Ke Founder Kaun Hai In Hindi? Flipkart के Founder दो लोग हैं. Sachin Bansal और Binny Bansal. इन दोनों ने ही साल 2007 में भारत में पहला E Commerce Portal Launch किया था. Sachin Bansal 5 August 1981 को भारत के चंडीगढ़ में जन्मे. इनके पिता एक Businessman और माता गृहणी है. Sachin Bansal ने अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही IIT Delhi में Admission लिया और Computer Engineering में Degree ली. साल 2005 में वे Graduate हो चुके थे. College में ही उनकी मुलाक़ात Binny Bansal से भी हुई थी. दोनों एक ही शहर से होने के कारण अच्छे दोस्त बन गए थे और आगे चलकर अच्छे Business Partner भी बन गए.

Sachin Bansal का करियर – Career Of Sachin Bansal

Sachin Bansal ने IIT से Engineering की पढ़ाई पूरी करने के बाद Techspan नाम की Company में कुछ महीने काम किया. इसके बाद साल 2006 में वे Amazon Web Service में Senior Software Engineer बनकर काम करने लगे. Sachin Bansal के साथ ही Amazon में Binny Bansal भी काम करने लगे. यहाँ दोनों ने सोचा की क्यों न भारत में भी एक E Commerce Portal लाया जाए जिस पर लोग Shopping Online कर सके और उन्हें घर बैठे सामान मिल सके.

Flipkart कैसे शुरू हुआ? How Flipkart Started

Flipkart KI Shuruaat Kaise Hui In Hindi – कई लोग कहते हैं की Flipkart पहले एक किताब बेचने वाली Company हुआ करती थी. ये बात सच है. Flipkart को शुरू करने से पहले Sachin और Binny ने Plan बनाया की किस तरह से उन्हें अपने Business को भारत में शुरू करना है और उसे बढ़ाना है. उन्हें पता था की एकदम से कोई नई चीज लाने से हो सकता है वो असफल हो जाए पर उन्होने इस Risk को थोड़ा सोच-समझ कर लिया.

साल 2007 में उन्होने Amazon को छोड़ा और अपना Business शुरू किया. ये Business था किताबे बेचने का. उन्होंने किताबों को बेचने वाली एक Website बनाई और उसका नाम Flipkart रखा. ये खुद कई Book Store के सामने खड़े रखकर पर्चे बांटा करते थे और उन किताबों की Delivery अपने स्कूटर से किया करते थे.

शुरू में Flipkart के लिए क्या चुनौती थी? Challenge For Flipkart

किसी भी नए Business को शुरू करने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. 5 सितंबर 2007 में Flipkart को Sachin और Binny Bansal ने Launch किया था. शुरू में इसके लिए सबसे बड़ी चुनौती लोगों की मानसिकता थी. जब भारत में E Commerce Portal नहीं थे तब लोगों की विचारधारा थी की किसी भी सामान को बिना चेक किए, बिना छूए, बिना देखें कैसे खरीदा जा सकता है? लोगों का सोचना सही भी है की जिस चीज पर वो पैसा Invest कर रहे हैं उसे बिना देखें, बिना चेक करे कैसे खरीदें? इन दोनों ने इस समस्या का समाधान निकाला Cash On Delivery. यानि सामान आपके पास आयेगा. आप उसे देख लें और इसके बाद पैसे दें. आपको पहले से किसी Net Payment को करने की जरुरत नहीं रहेगी. भारत के लोगों को ये Concept काफी पसंद आया और लोगों ने Flipkart को काफी पसंद किया.

इस तरह से Flipkart तो चल पड़ी और इस पर कई Product और भी बड़ने लगे. Flipkart ने 2008 में 40 मिलियन की बिक्री की थी. उनकी इस सफलता को देखते हुए Investor उनकी तरफ आकर्षित हुए और उन्होने Company को मालामाल कर दिया. इसके बाद Company ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. साल 2012 में Flipkart ने Flite Digital Music Store Website Launch की थी. (Song Download Kaise Kare In Hindi) जिस पर आप पैसे देकर अपने मनचाहे गाने Download कर सकते थे. ये Website काफी कम समय में लोकप्रिय हो गई और इससे Flipkart को अच्छा मुनाफा हुआ. लेकिन एक साल के बाद Flipkart को इसे बंद करना पड़ा क्योंकि इन्टरनेट पर कई ऐसी Website आ चुकी थी जो Free में Song Download करने की सुविधा दे रही थी ऐसे में कौन पैसे देकर गाने Download करेगा.

Flipkart और Wall Mart डील – Flipkart And Walmart Deals

Flipkart वर्तमान में काफी फेमस E Commerce Company है और कई दूसरी कंपनियों की Flipkart पर नजर थी. कई कंपनियों ने Flipkart को बेचने के ऑफर दिये. आखिरकार Sachin Bansal और Binny Bansal ने Flipkart की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी Wall Mart को बेच दी. Sachin Bansa Lflipkart/Wall Mart के सामने कोई दूसरा कॉम्पटिशन न खड़ा करे इसके लिए Wall Mart ने पहले ही Non Compete Clause Sign कराया. ये Clause बंसल को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से Flipkart के सामने उसके जैसे किसी दूसरे Business को खड़ा करने या उसमें Invest करने से कुछ महीनों के लिए रोकता है. ताकि Wall Mart को Flipkart खरीदने से कोई नुकसान न हो.

Sachin Bansal के आगे के क्या Plan है? Next Plan For Sachin Bansal?

साल 2018 में Sachin Bansal ने एक अलग Company BAC Acquisitions Private Limited बनाई. इस Company का काम Building और Technology वाले Business में Invest करने का है. बंसल अभी तक कई Famous Tech Startup में Invest कर चुके हैं जो अच्छा फायदा कमा रही है. जैसे Ola Cab, Gray Orange, Ather Energy, Sig Tuple, Inshort, Unacademy.

Sachin Bansal को मिले सम्मान – Sachin Bansal Received The Honor

Sachin Bansal एक सफल उद्यमी बनकर उभरे हैं और उन्हें कई सम्मान भी मिले हैं.

  • साल 2013 में उन्हें Economic Times ने Entrepreneur Of The Year Award से नवाजा था.
  • साल 2015 में Forbes India की लिस्ट में वे 86 वें अमीर थे.
  • साल 2016 में Time Magazine ने बंसल को 100 Most Influential People In The World List में शामिल किया था.
  • साल 2017 में India Today ने बंसल को भारत के 50 Most Powerful People की लिस्ट में शामिल किया था.

Sachin Bansal भारत के एक सफल उद्यमी हैं. ऐसा नहीं है की उनके रास्ते में कोई मुश्किल नहीं आई, Flipkart के रास्ते में कई नई चुनौती आई. लेकिन उन्होने हर चुनौती का सामना किया. हर चुनौती के आने के बाद उन्होने Flipkart को पहले से ज्यादा मजबूत बनाया और आज Flipkart को भारत की सबसे बड़ी E Commerce Company बना दिया.

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Google किसने बनाया? जानिए Larry Page और गूगल की सफलता की कहानी https://www.hindiroot.com/know-the-success-story-of-larry-page-and-google/ https://www.hindiroot.com/know-the-success-story-of-larry-page-and-google/#respond Mon, 29 Aug 2022 11:01:26 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=16779 Larry page and google success story in Hindi

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किसी जगह, Product या किसी भी वस्तु के बारे में पता करना हो हम झट से Mobile उठाते हैं और Google कर लेते हैं. Google भी कमाल है झट से हमें अपने सवाल का जवाब लाकर दे देता है. Google हमारी ज़िंदगी में आज ऐसे जगह बना कर बैठा है जैसे ये हमारे परिवार का सदस्य हो या हमारा कोई करीबी दोस्त हो. वैसे Google कोई इंसान नहीं है लेकिन इंसान से कम भी नहीं है. कई बार मन में ये सवाल आता है की Google किसने बनाया? Who Created Google, जिस भी व्यक्ति ने Google बनाया होगा उसने क्या सोचकर Google को बनाया होगा?

Google Kisne Banaya Hai In Hindi – Google को बनाने वाले भी इंसान ही हैं. Google को दो लोगों ने मिलकर बनाया है इनमें से एक एक हैं Larry Page और दूसरे हैं Sergey Brin. Google को बनाने में सारा योगदान इन्हीं का है. इस लेख में आप (Google Co-Founder) Google के Co-Founder Larry Page के जीवन के बारे में जानेंगे. Larry Page ने कैसे Google को शुरू किया? How Did Larry Page Start Google, Google पैसे कैसे कमाता है? How Does Google Make Money, Google दूसरों को पैसे कमाने का मौका कैसे देता है? How Does Google Give Opportunity To Others To Earn Money, आप Google पर कैसे कमाई कर सकते हैं? How Can You Earn On Google. इन सभी बातों के जवाब आपको इस लेख में मिलेंगे.

Larry Page का जीवन – Life Of Larry Page

Google Co-Founder Larry Page – Larry Page America के एक Software Engineer हैं. इनका जन्म 26 मार्च 1973 को America के Michigan में एक यहूदी परिवार में हुआ था. इनके पिता कार्ल पेज एक प्रख्यात Computer Scientist रहे और माँ Computer Programming की टीचर रही. बचपन में Larry को Michigan के Occamus Montessori School में भर्ती किया और यहीं से उनकी प्रारम्भिक शिक्षा शुरू हुई.

Larry Page के माता-पिता दोनों इस Field में थे तो उनकी रुचि भी बचपन से Software और Computer में ही रही. हालांकि उस समय वर्तमान जैसे Computer और Internet नहीं हुआ करते थे. Larry ने 6 साल की उम्र से ही Computer में दिलचस्पी लेना शुरू कर दी थी. अपने Primary School के वे ऐसे पहले बच्चे थे जिसने Word Processors का कार्य पूरा किया था. अपनी College की पढ़ाई Larry ने Stanford University से पूरी की. यहीं उनकी मुलाक़ात Sergey Brin से हुई. दोनों ने मिलकर Google Search Engine के निर्माण पर कार्य किया.

Google कैसे बना? How Did Google Get Created

Google Kisne Or Kaise Banaya? Google को बनाने का अधिकार श्रेय Larry Page को ही जाता है क्योंकि आज Google का जो वास्तविक रूप है उसकी संरचना समझने और उसे सही रूप देने का काम Larry ने ही किया था. Larry ने College में World Wide Web की Link संरचना विषय पर PHD की. उन्होने अपने शोध में यह पता लगाने पर ध्यान दिया की कौन से Web Page एक दिये गए पेज के साथ Link होते हैं. यदि वे कोई ऐसी विधि तैयार कर लेते हैं जिससे की Web के प्रत्येक Backlink की गिनती और उसकी रेंक प्राप्त कर लें तब Internet एक मूल्यवान स्थान बन जाएगा और सभी लोगों के लिए Internet आसान हो जाएगा.

Larry और ब्रिन ने चार साल तक काफी Search की और इसके बाद Page Rank Algorithm तैयार किया. उन्होने इसे तैयार तो कर लिया था लेकिन अभी भी उनका खुद का Search Engine नहीं था जो सभी Weblink को आपकी जरूरत के हिसाब से ऑफर कर सके. इस समस्या के समाधान के लिए उन्होने 4 सितंबर 1998 में लॉंच कर दिया. Google दुनिया में आते ही छा गया. इसकी वजह ये थी की लोग इस पर आसानी से अपने काम की चीज सर्च कर सकते थे. इसके लिए उन्हें किसी Website का नाम याद रखने की भी जरूरत नहीं थी.

Google का नाम Google क्यों है? Why Is Google Named Google

Google Meaning In Hindi – हम सभी इस बात को अक्सर सोचते हैं की Google का नाम Google क्यों है? और कुछ क्यों नहीं रखा. दरअसल Google का नाम Google गणित के एक शब्द गोगोल से लिया गया है. इसका मतलब होता है अंक एक जिसके आगे सौ शून्य लगे हो. यानि जो Google Search Engine है वो आपको आपके काम की जानकारी लाकर देता है और इस पर इतनी जानकारी है जिसे आप गिन नहीं सकते. यानि की गोगोल की तरह जिसके आगे 100 शून्य लगे हैं.

Google पैसे कैसे कमाता है? How Does Google Make Money?

Google Paise Kaise Kamata Hai – Google Internet पर काफी फेमस Search Engine है. Google का अलावा भी कई Search Engine है जैसे Yahoo, Bing आदि. लेकिन लोग जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं वो Google ही है. अब ऐसे में Google के पास काफी सारे Visitor हैं जो रोजाना Google का इस्तेमाल करते हैं. Google इन सभी Visitor का उपयोग पैसा कमाने के लिए करता है.

आज के समय में किसी भी व्यक्ति को जल्दी फेमस होना है तो उसके लिए सबसे अच्छा Platform Internet है. अगर आप Internet पर अपना प्रमोशन करते हैं तो आप जल्द ही लोगों की नजरों में आ जाते हैं तो Google आपके Advertisement दिखाता है जिसके लिए वो आपसे पैसे लेता है. आपके Advertisement दिखाने के लिए Google ने Google Edward नामक Platform बनाया है जिस पर जाकर आप अपने Advertisement दे सकते हैं. इसके बाद Google आपकी जरूरत के हिसाब से लोगों को वो Advertisement Internet पर दिखाता है. लोगों को यदि उसकी जरूरत होती है तो वो उस पर Click करते हैं और आप तक पहुँचते हैं.

Google से पैसे कैसे कमाये? How To Earn Money From Google

Google Se Paise Kaise Kamaye In Hindi – Google खुद तो कमाता ही है साथ ही आपको भी कमाने का मौका देता है. Google से पैसे कमाने के लिए Google ने Adsense नाम का Platform बनाया है. जिस पर Website Publisher और Youtube Creator पैसे कमा सकते हैं. Website Publisher अपनी Website पर Google के वो एड दिखाते हैं जिनके लिए Google Business करने वालों से पैसे लेता है. अब उन एड पर कितने लोग React करते हैं उसके हिसाब से Google Website Publisher को पैसा देता है. Youtube Creator को भी उनके Video पर आए View और एड पर हुए Click के हिसाब से पैसा मिलता है.

Google इतना फेमस क्यों है? Why Is Google So Famous

Internet चलाने के लिए ऐसा नहीं है की सिर्फ Google Search Engine ही है. Google के अलावा भी कई Search Engine हैं जिनके लोग नाम भी नहीं जानते हैं लेकिन इन सभी के बीच Google का ही सबसे ज्यादा उपयोग होता है. इसकी कई सारी वजह है.

  • Google का Interface काफी आसान है.
  • Internet पर इस्तेमाल होने वाली अधिकतर चीजें Google के पास हैं जैसे Gmail, Chrome Search Engine, Google Map आदि.
  • Google आपको कमाने और फेमस होने का मौका देता है अन्य Platform पर आप ज्यादा नहीं कमा पाते.
  • Internet पर अधिकतर Website Google के साथ जुड़ी हुई हैं जिससे सही जानकारी मिलने की संभावना ज्यादा रहती है.Larry Page एक सफल उद्यमी बनकर आज हमारे सामने हैं. चाहते तो वे भी किसी Company में Software Engineer बनकर अपनी ज़िंदगी को गुजार सकते थे. लेकिन उन्होने कुछ नया करने में अपना मन लगाया और आज उसका परिणाम Google हमारे सामने हैं. जो हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन गया है.

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Facebook कैसे बना ? जानिए Mark Zuckerberg की सफलता की कहानी https://www.hindiroot.com/how-was-facebook-created-know-the-success-story-of-mark-zuckerberg/ https://www.hindiroot.com/how-was-facebook-created-know-the-success-story-of-mark-zuckerberg/#respond Fri, 26 Aug 2022 15:47:35 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=16775 Know the success story of Mark Zuckerberg

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आज हमारी लाइफ में कुछ भी होता है या आसपास कुछ होता है तो हम झट से Photo खींचकर या video बनाकर Facebook पर Upload कर देते हैं. इस पर हमें कुछ Like और Share मिल जाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की Facebook कैसे बना? How To Make Facebook, Facebook को किसने बनाया? Who Created Facebook, Facebook का मालिक कौन है? Who is The Owner Of Facebook, Facebook क्यों शुरू किया गया था? Why Was Facebook Started, Facebook के सामने क्या चुनौतियाँ आईं? इन सभी सवालों के जवाब आप इस लेख में पाएंगे.

Facebook किसने बनाया? Who Created Facebook

Facebook Kisne Banaya Hai? Facebook बनाने वाले व्यक्ति को हम सभी जानते हैं उनका नाम Mark Zuckerberg है और वो एक American Computer Programmer और internet Entrepreneur हैं. लेकिन Mark Zuckerberg अपने आप को Hacker मानते हैं. उनका मानना है की चीजों को बेहतर बनाने के लिए उन्हें पहले तोड़ना और फिर से जोड़ना जरूरी है. अपने College के दिनों में ही Mark Zuckerberg ने Facebook बना दिया था और कम उम्र में ही वे दुनिया के अमीर आदमियों में गिने जाने लगे.

Mark Zuckerberg का प्रारंभिक जीवन – Life of Mark Zuckerberg

Mark Zuckerberg Ki Jivani / Mark Zuckerberg Biography in Hindi – Mark Zuckerberg का जन्म 14 मई 1984 को New York में हुआ था. इनके पिता Edward Zuckerberg (एडवर्ड जुकरबर्ग) एक Dental Surgeon थे और माता करें केंपनेर एक मनोचिकित्सक थीं. Mark को बचपन से ही Computer से बेहद लगाव था. वो छोटी सी उम्र में ही Computer Programming सीखने लगे थे. Computer Programming सीखने में उनके पिता उनकी मदद किया करते थे लेकिन Mark का दिमाग इतना तेज चलता था की उनके पिता उनके सवालों का जवाब नहीं दे पाते थे. अंत में Mark को Computer Programming सिखाने के लिए Mark के पिता ने एक Computer Teacher को बुलाया और इसी Teacher ने Mark को Computer Programming की Training दी. Mark अपने बचपन में ही Computer की Field में इतना आगे निकल गए थे जिसके बारे में कोई सोच नहीं सकता. जिस उम्र में बच्चे Computer पर Game खेलते हैं उसी उम्र में Mark ने Computer पर Game बना दिया.

Mark ने सिर्फ 12 साल की उम्र में ही अपने पिता के कार्य के लिए Zucknet नाम का एक Messaging Platform बना दिया था जिसका उपयोग उनके पिता Dental Clinic पर आपसी संचार के लिए करते थे.

Mark Zuckerberg का College – Mark Zuckerberg College

Mark Zuckerberg खुद तो Genius थे लेकिन अपनी Skills को और Develop करने के लिए Howard University में पढ़ना उचित समझा. Haward University में भी Mark अपनी intelligence के कारण काफी फेमस हुए. अपने College के दिनों में ही उन्होने एक Website बनाई जो उनके College में काफी Popular हुई. इस Website का नाम Facemash था. इस Website पर लड़कियों के Photo को Compare किया जाता था. देखने वाले को दो Option दिये जाते थे Hot या Not इन दोनों में से किसी एक को चुनकर Vote करना होता था. कुछ Website से मिली जानकारी के मुताबिक इस Website को बनाने के लिए लड़कियों के Photo की जरूरत थी. इस जरूरत को पूरा करने के लिए Mark ने Haward University की Website को Hack कर लिया था जिसे उस जमाने में सबसे ज्यादा Secure माना जाता था. Facemash लड़कों को तो काफी पसंद आई लेकिन ये लड़कियों को पसंद नहीं आई कुछ लड़कियों ने इसे आपत्तिजनक बताकर इसका विरोध भी किया.

Facebook कैसे शुरू हुआ? how facebook started

Facebook Kaise Shuru Hua – Mark अपनी पुरानी गलती से ये तो सीख चुके थे की किस तरह की चीजें उनके लिए Risky हो सकती है. इसलिए Mark ने इस बार कोई अच्छी और काम की Website बनाने के बारे में सोचा. उनके दिमाग में आइडिया आया की क्यों न कोई ऐसी Website बनाई जाए जिस पर Harvard University के Student एक साथ जुड़ सकें. साल 2004 में Mark Zuckerberg एक Social Networking Site The Facebook लेकर आए जिस पर Harvard के Student आपस में Connect हो सकते थे. इस Website को चलाने के लिए उन्होने अलग से कोई Office या जगह नहीं ली थी. इसे वे अपने College के Hostel से ही Operate कर रहे थे.

The Facebook उनकी University में काफी Popular रही लेकिन इसमें एक कमी थी की इस पर सिर्फ Harvard के ही Student जुड़ पाते थे. Mark ने निर्णय लिया की The Facebook का इस्तेमाल अब सिर्फ Howard के Student नहीं बल्कि पूरी दुनिया के Student कर पाएंगे और उन्होने इस Website को ऐसा बना दिया की दुनियाभर के लोग इस पर अपना Account बनाकर Connect हो सकें. Mark को इस Website में इतनी रुचि आई की उन्होने अपना College छोड़ दिया और केवल The Facebook पर ध्यान दिया. साल 2005 में Mark ने The Facebook का नाम बदलकर Facebook रख दिया. और आज ये हमारे सामने Facebook के रूप में है.

Facebook कैसे सफल हुआ? How did Facebook become successful

Facebook Success Story in Hindi? Facebook की सफलता कोई आसान बात नहीं है. आज Mark Zuckerberg भले ही अरबपति हो लेकिन वो भी जानते हैं की उन्हें कितने Challenge का सामना करना पड़ा. Facebook Launch होते ही काफी लोकप्रिय हुआ. जैसे ही दुनियाभर के लोगों के लिए Facebook ने अपनी Launching की वैसे ही ये दुनियाभर में छा गया. इसके पास करोड़ों Users हो गए. Facebook ने अपनी income के लिए इन्हीं Users को सहारा बनाया. Facebook पर एड दिखाना शुरू किया और Facebook एक बड़ी company बन गई.

Facebook के लिए चुनौतियाँ – Challenges For Facebook

Facebook के सामने कई चुनौतियाँ आई और कई चुनौतियाँ आती रहेंगी लेकिन Mark ने इन चुनौतियाँ से काफी सरल तरीके से डील करते हैं. पिछले कुछ सालों में जो सबसे बड़ी चुनौती देखने को मिली है वो है कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ Data share करने वाली. Facebook पर US Election में ये आरोप लगाया गया की Facebook अपने users का Data किसी Company को बेच रही है. इस आरोप पर अमेरिकी सदन ने Facebook पर कार्यवाही की. खुद Mark Zuckerberg ने इसके लिए माफी भी मांगी.

Facebook के सामने दूसरी चुनौती भारत जैसे कई देशों में देखने को मिली है. Facebook एक Social Media Platform है और इस पर किसी भी जानकारी को बहुत जल्द Viral किया जा सकता है. ऐसे में कई बार Facebook के जरिये लोगों ने अफवाह और Fake News को Share किया है जिसके चलते लोगों में गलत सूचना का प्रसार हुआ. इसे लेकर Facebook ने काफी कड़े कदम उठाए और अभी भी Facebook इस दिशा में काम कर रहा है.

Mark Zuckerberg ने Facebook के रूप में हमें एक Social Media Platform दिया. उन्हें काफी लोग Genius भी कहते हैं क्योंकि उनकी उम्र में अरबपति बनना बच्चों का खेल नहीं है. आज उनके पास Facebook के अलावा Whatsapp और instagram जैसे कई और Product हैं जिनसे उनकी कमाई हो रही है. Mark कहते हैं सबसे बड़ा रिस्क कोई रिस्क न लेना है. इस दुनिया में जो सचमुच इतनी तेजी से बदल रहा है. केवल एक रणनीति जिसका फेल होना तय है वो रिस्क न लेना है. Mark Zuckerberg ने अपनी पढ़ाई छोड़कर Facebook पर ध्यान दिया ये उनकी लाइफ का सबसे बड़ा रिस्क था लेकिन उन्होने इतनी कम उम्र में एक सही फैसला लेकर सभी के सामने एक मिसाल कायम की है.

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Paytm की शुरुआत कैसे हुई, जानिए Paytm Founder Vijay Shekhar Sharma की कहानी https://www.hindiroot.com/how-paytm-was-started-know-the-story-of-paytm-founder-vijay-shekhar-sharma/ https://www.hindiroot.com/how-paytm-was-started-know-the-story-of-paytm-founder-vijay-shekhar-sharma/#respond Wed, 24 Aug 2022 14:20:52 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=16765 know the story of Paytm Founder Vijay Shekhar Sharma

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Vijay Shekhar Sharma :- जीवन में सफलता और असफलता आती जाती रहती है. (Jivan Me Safalta Kaise Prapt Kare In Hindi) कई बार हो सकता है की असफलताओं का सामना ज्यादा करना पड़े. कई लोग इन असफलताओं का सामना नहीं कर पाते और अपने जीवन से हार मान जाते हैं और कई लोग इन असफलताओं से जमकर लड़ते हैं और अंत में सफलता का स्वाद चखते हैं. असफलताओं को हराकर एक सफल व्यक्ति बनने वाले व्यक्ति Vijay Shekhar Sharma है, (Vijay Shekhar Sharma Kon Hai?) जिन्होंने अपने जीवन में आई असफलताओं के बावजूद भी आज हमारे सामने Paytm जैसा Startup खड़ा किया और आज हर व्यक्ति तक उसे पहुंचाया. भारत में मुश्किल से ही कोई व्यक्ति होगा जिसने आजतक Paytm का नाम न सुना हो.

Vijay Shekhar Sharma कौन हैं? Who Is Vijay Shekhar Sharma

Paytm का नाम कई लोगों ने सुना है लेकिन अधिकतर लोग (Paytm Ka Malik Kaun Hai) Paytm का मालिक कौन है? Who Is The Owner Of Paytm इस बारे में नहीं जानते. Vijay Shekhar Sharma Paytm को बनाने वाले व्यक्ति हैं. या यूं कहें की Paytm के मालिक Vijay Shekhar Sharma है. साल 2010 में Vijay Shekhar Sharma Paytm लेकर आए थे. उस समय भारत में ज्यादा Online Transaction करने वाली Website नहीं थी. शुरू में Paytm Dth Recharge और Mobile Recharge जैसी सुविधाएं देती थी. बाद में ये एक Payment App बन गया जो आज के समय में काफी Popular है.

Vijay Shekhar Sharma का प्रारंभिक जीवन – Life Of Vijay Shekhar Sharma

Vijay Shekhar Sharma एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते थे. इनका जन्म 8 जुलाई 1973 को Uttar Pradesh के Vijaygarh गाँव में हुआ था जो अलीगढ़ जिले के अंतर्गत आता है. इनके पिता एक बेहद ईमानदार School Teacher थे और माताजी गृहणी थीं. Vijay Shekhar Sharma भले ही बचपन में पैसों से अमीर न हो लेकिन वे संस्कारों के अमीर थे. उनके माता-पिता ने उन्हें काफी अच्छे संस्कार दिये थे.

Vijay Shekhar Sharma बचपन में किसी English Medium School या Convent School में नहीं पढे. वे बचपन में Vijaygarh के ही एक साधारण से Hindi Medium School में पढ़ते थे. पढ़ने में वे काफी आगे थे लेकिन उनकी English अच्छी नहीं थी. वे अपनी Class में First आते थे और हिन्दी के साथ ही उन्होने 12Th Class पास कर ली.

College की पढ़ाई के लिए उन्होने Delhi College Of Engineering में Admission ले लिया. Vijay को Admission तो मिल गया लेकिन चुनौतियाँ तो उस Course की पढ़ाई में थी जो पूरा English में होने वाला था. उनकी शुरू से पढ़ाई Hindi Medium में हुई जिस कारण से उन्हें College में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. School में Top करने वाले Vijay Engineering में मुश्किल से ही अपने Semester पास कर पाते थे. अपने Papers ठीक से पास न कर पाने के कारण Vijay बेहद परेशान थे और इस परेशानी को दूर करने के लिए उन्होने English के डर को दूर भागने की ठानी.

इसके बाद Vijay बाजार से पुरानी किताबें और Magazine उठा लाये. इनसे वे अपने दोस्तों की मदद से English सीखने लगे. English सीखने के लिए वे एक ही किताब के हिन्दी तथा English दोनों Version लेकर आया करते थे और दोनों को साथ में पढ़ा करते थे. कुछ दिनों की मेहनत के बाद उन्हें English समझ में आने लगी और जल्द ही उन्होने English पर अपनी पकड़ बना ली.

Vijay Shekhar Sharma बिजनेस में कैसे आए? How Did Vijay Shekhar Sharma Get Into Business

आप सोच रहे होंगे की जो व्यक्ति English के कारण अपनी College की पढ़ाई नहीं कर पाया. वो व्यक्ति Business की Field में कैसे आया. दरअसल Engineering करने के दौरान Vijay Shekhar Sharma English के डर के कारण Class नहीं Attend करते थे जिससे Vijay के पास ढेर सारा समय बचता था. इस समय में Vijay अपनी पसंद की कुछ चीजें की. Vijay को Internet और उससे जुड़े Business में काफी रुचि थी. वे (Yahoo Ke Founder Kaun Hai In Hindi) Yahoo के Founder Sabeer Bhatia से प्रेरित होकर Internet के क्षेत्र में कुछ बड़ा करना चाहते थे. उनका सपना था की वे Stanford University जाकर पढ़ाई करे क्योंकि Yahoo Stanford के Campus में बनी थी. लेकिन वे अपनी आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वहाँ पढ़ नहीं पाये. पर उन्होने Stanford के ही कुछ Genius को Follow करना शुरू किया और खुद ही Coding सीखी. वे Coding की किताबें लाये और Coding सीखकर उन्होने एक Content Management System तैयार किया जिसे आजकल कई बड़े अखबार प्रयोग करते हैं.

Vijay Shekhar Sharma की पहली Company – Vijay Shekhar Sharma First Company

Coding सीखने के बाद ही उन्होने अपने College के Third Year में अपने एक दोस्त के साथ मिलकर XS नाम की Company शुरू की. उनकी Company का Business Model लोगों को काफी पसंद आया और साल 1999 में उन्होने अपनी पहली Company XS को America की Lotus Interworks को 5 लाख रुपये में बेच दिया और इस Company में वे एक कर्मचारी के रूप में काम करने लगे. Vijay Shekhar Sharma ने सफलता का स्वाद चख लिया था इस लिए उन्हें ज्यादा दिनों तक दूसरों के अधीन रहकर नौकरी करना पसंद नहीं आया और वे नौकरी के दौरान ही अपने खाली समय में दूसरा Business Idea सोचने लगे.

Vijay Shekhar Sharma की दूसरी Company – Second Company Of Vijay Shekhar Sharma

साल 2001 में उन्होने नौकरी छोड़ दी और अपनी सारी जमा पूंजी लगाकर One97 नाम की Company शुरू की. ये Company Mobile Value Added Service देती थी. जो Mobile पर Exam Result, Ringtone News, Cricket Score, Jokes जैसी Service देती थी. Company थोड़े दिनों तक अच्छे से चली लेकिन America में आई आर्थिक मंदी ने उनकी इस Company को बुरी तरह प्रभावित किया. जिन कंपनियों से उनका Tie-Up था उन वे कंपनियाँ समय पर उन्हें भुगतान न कर सकी. जिससे उन्हें अपनी Company के खर्च के लिए दोस्तों और रिश्तेदारों से पैसा उधार लेना पड़ा. इस तरह उन पर काफी सारा उधार हो गया था. उनके खुद के पैसे भी खत्म हो चुके थे.

अपने बुरे समय में उन्होने अपनी सारी निजी सुखसुविधाओं को त्याग दिया. वे कार छोड़कर ऑटो-बस से सफर करने लगे. उनके दिन कभी ऐसे भी आए की उन्हें सिर्फ दो प्याली चाय में ही अपना दिन गुजारना पड़ा. उस समय उनके हालात ऐसे हो गए थे की कोई उनसे शादी करने को भी राजी नहीं था. इस दौरान वे लोगों के घर जाकर Computer Repair, Business Consultant जैसे काम भी करने लगे. लेकिन उन्होने हिम्मत नहीं हारी. उनकी कोशिश थोड़े दिनों में रंग लाई और उनसे Tie-Up करने वाली कंपनियाँ उन्हें भुगतान करने लगी. उनकी Company फिर से मुनाफा कमाने लगी.

Paytm कैसे शुरू हुआ? How Paytm Started?

Vijay Shekhar Sharma को हमेशा मौकों की तलाश रहती थी. वे हमेशा उस मौके की तलाश में रहते थे जिससे वे एक ही शॉट में आगे निकाल जाए. Paytm की स्थापना उन्होने तब की जब बाजार में Smartphone काफी Popular हो रहे थे. तब ही उनके दिमाग में आया की आगे चलकर लोग Smartphone की मदद से ही Transaction करेंगे. उन्होने अपने इस Idea को One97 के सामने भी रखा लेकिन One97 पहले से काफी मुनाफा कमा रही थी और वो कोई रिस्क नहीं उठाना चाहती थी तो उसने इस Idea में कोई रुचि नहीं दिखाई. लेकिन Vijay नहीं माने वे चाहते थे की उन्हें कोई नई Company न खोलना पड़े. उनका मानना था की नई Company खोलने से अच्छा किसी स्थापित Company के साथ निवेश किया जाए जिससे लोगों का भरोसा उनके Product पर बढ़े. Vijay ने अपनी Personal Equity का 1% अपने नए Idea के लिए सामने रखा और साल अगस्त 2010 में Paytm को One97 की मदद से शुरू किया.

Paytm ने एक Website के रूप में पहले अपनी Service दी लेकिन बाद में हर व्यक्ति के पास Smartphone आ गए और App का मार्केट खूब चलने लगा तो Paytm ने खुद को App के रूप में ढाल लिया. और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी पहुँच बना ली.

अपने शुरुवाती दौर में Paytm DTH Recharge और Mobile Recharge जैसी सुविधाएं दिया करती थी. बाद में Paytm ने अपनी सुविधाओं को बढ़ाना शुरू किया और Electricity Bill, Gas Bill, E Commerce Companies से सामान खरीदने का Payment करने जैसी सुविधाएं देना शुरू किया.

Paytm सफल कैसे हुआ? How Paytm Became Successful?

Paytm सफल तो हो रहा था लेकिन उसकी रफ्तार उतनी नहीं थी जितनी Vijay Shekhar Sharma चाह रहे थे. साल 2016 तक Paytm एक Payment App के रूप में फेमस हो चुका था. आप Paytm को एक E Wallet के रूप में उपयोग कर सकते थे. Paytm ने भारत के हर व्यवसाय का Payment Paytm के जरिये करवाना शुरू किया. Payment करने के लिए आपको बस अपने Mobile से दुकान पर लगा Code Scan करना होता था और Payment करने की राशि डालनी होती थी. आपका Payment हो जाता था. काफी लोगों को ये पसंद आया लेकिन अधिकतर लोग Cash Payment करना ही उचित समझते थे. क्योंकि लोगों को लगता था की Internet के माध्यम से उनके Account से कोई भी पैसा उड़ा सकता है.

Paytm की सफलता के पीछे सबसे बड़ा हाथ नोटबंदी का माना जाता है. जैसा कि Vijay Shekhar Sharma एक सही मौके की तलाश में रहते हैं उन्हें नोटबंदी में Paytm को फेमस करने का सही मौका मिला. जब नोटबंदी हुई तो लोगों के पास Cash की दिक्कत होने लगी. ऐसे में Paytm Payment करने का एक Best Option बना और हर दुकान और Business तक Paytm की पहुँच हो गई. नोटबंदी में Paytm लोगों को भी काफी पसंद आया. उस समय ज्यादा Payment App Popular भी नहीं थे. इसलिए Paytm चल पड़ा और आज Paytm एक सफल Payment App के रूप में काम कर रहा है.

Vijay Shekhar Sharma की सफलता उन्हें विरासत में नहीं मिली. न ही उन्हें खुद की Company शुरू करने के लिए आसानी से Funding मिली. लेकिन फिर भी सारी चुनौतियों को पार करते हुए उन्होने अपने लिए सफलता की राह बना ली. उनके जीवन में कई असफलताएँ आईं. उनकी जगह कोई और होता तो हार मान लेता और अपने हिसाब से कोई नौकरी ढूंढ कर अपना गुजारा कर लेता लेकिन Vijay ने अपनी मेहनत के दम पर हमें एक बेहतरीन Payment App दिया और अपने जीवन में सफलता की राह बनाई.

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Current Account क्या होता है, जानिए Current Account के फायदे https://www.hindiroot.com/what-is-current-account-know-the-benefits-of-current-account-current-account/ https://www.hindiroot.com/what-is-current-account-know-the-benefits-of-current-account-current-account/#respond Tue, 02 Aug 2022 11:19:59 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=16762 Benefits of Current Account

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Current Account – कई लोगों और कंपनियों के Bank में Current Account होते हैं. Current Account में कई तरह की सुविधा Account Holder को मिलती है. अब Rbi ने Current Account के लिए नया Circular जारी किया है जिसमें Current Account को लेकर नए नियम (Current Account New Rules) जारी किए हैं. Current Account को लेकर Rbi के नए नियम क्या है? इन्हें जानने से पहले हम ये जानते हैं कि Current Account क्या होता है? What Is Current Account. Current Account के क्या फायदे होते हैं? Benefits Of Current Account.

Current Account क्या होता है? What Is Current Account

Current Account Kya Hota Hai In Hindi – Current Account को Hindi में चालू खाता कहा जाता है. आमतौर पर जब आप अपना Bank Account खुलवाते हैं तो Form में दो Option होते हैं Saving Account और Current Account. Saving Account में आप अपना पैसा जमा कर सकते है और उसे निकाल सकते हैं और उस पर आपको ब्याज भी मिलता है. Current Account में भी आप पैसा जमा कर सकते हैं और निकाल सकते हैं लेकिन इस पर आपको ब्याज नहीं मिलता है.

Current Account क्यों खुलवाएं? Why Open A Current Account

Current Account पैसों के ज्यादा लेनदेन के लिए खुलवाया जाता है. अगर आपके Account में रोजाना पैसा आता है या जाता है तो आप Current Account खुलवा सकते हैं. आमतौर पर Current Account कोई Company, Public Enterprises, Businessman खुलवा सकते हैं क्योंकि इनके यहाँ पैसों का लेनदेन रोजाना होता है.

Current Account के लिए जरूरी Document – Documents Required For Current Account

Documents Required For Opening A Current Account – Current Account खुलवाने के लिए आपके पास कुछ जरूरी Document होना चाहिए जैसे. Aadhar Card, Voter Id Card, Pan Card, Itr, Driving License, Passport Size Photo. अगर आप अपनी Company या Enterprises के नाम पर Current Account खुलवा रहे हैं तो आपके पास Company Registration और उससे संबन्धित दस्तावेज़ होने चाहिए.

Current Account के फायदे – Benefits Of Current Account

Current Account Ke Kya Fayde Hain – Saving Account की तुलना में Current Account बहुत ही फायदेमंद होता है.

  • इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि आप एक दिन में कई सारे लेन-देन Current Account से कर सकते हैं वो भी काफी कम Charges के साथ. वहीं Saving Account में आप लिमिट में लेन-देन कर सकते हैं.
  • Current Account में आपको Over Draft की सुविधा भी मिल जाती है. अगर आपने कोई Check Issue किया और आपके Account में पैसा कम है तो Bank अपनी तरफ से आपको Over Draft दे देती है.
  • Current Account में जमा पैसों पर आपको किसी तरह का ब्याज नहीं मिलता लेकिन Bank आपसे कई तरह के Charges भी नहीं वसूलती है जो Saving Account में वसूले जाते हैं.
  • Current Account होने की वजह से आपको Loan मिलने में काफी आसानी होती है.

Current Account को लेकर Rbi का नया नियम क्या है? Rbi New Rule Regarding Current Account?

Current Account को लेकर Rbi ने नए नियम जारी करते हुए कहा कि कोई Current Account Holder जिसने किसी Bank से Loan लिया है वो दूसरी Bank में अपना Account नहीं खुलवा पाएगा. उसे उसी Bank में अपना Current Account या Overdraft Account खुलवाना होगा जिससे उसने Loan लिया है. Rbi का कहना है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि Loan के तौर पर ली गई रकम की हेराफेरी न हो सके. अभी तक ज़्यादातर Company जो Loan लेती है वो किसी Public Sector Bank से Loan लेती है और अपनी जरूरतों के लिए Current Account किसी निजी या Foreign Bank में खुलवाती हैं. ऐसे में जो पैसा Public Sector Bank में रहना चाहिए वो किसी और Bank में चला जाता है और Rbi का इस पर ज्यादा Control नहीं रह पाता है.

Rbi के नए नियमों के मुताबिक – Rbi New Rules In Current Account

  • यदि कोई व्यक्ति किसी Bank से 5 करोड़ रुपये से कम का Loan लेता है तो वो किसी भी Bank में Current Account खुलवा सकता है.
  • यदि कोई व्यक्ति 5 करोड़ से लेकर 50 करोड़ रुपये तक का Loan लेता है तो उसे सिर्फ उसी Bank में अपना Current Account खुलवाना पड़ेगा जिससे उसने Loan लिया है.Rbi के इस नए नियम से ये उम्मीद की जा सकती है कि यदि कोई व्यक्ति अपनी Company के लिए 5 करोड़ से 50 करोड़ तक का Loan लेता है तो उसे अपने लेन-देन के लिए उसी Bank में Current Account खुलवाना पड़ेगा जिससे उसने Loan लिया है. ऐसा करने पर Bank के पास उस व्यक्ति के Account का पूरा हिसाब-किताब रहेगा. जो Bank के लिए काफी अच्छा रहेगा. ये Bank के बढ़ते Npa को कम करने में काफी मदद करेगा.

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LIC Jeevan Tarun Policy क्या है, जानिए LIC Plan Number 834 के लाभ? https://www.hindiroot.com/what-is-lic-jeevan-tarun-policy-benefits-of-lic-plan-number-834/ https://www.hindiroot.com/what-is-lic-jeevan-tarun-policy-benefits-of-lic-plan-number-834/#respond Sun, 31 Jul 2022 10:58:53 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=16759 Know The Benefits of LIC Plan Number 834

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हर माता-पिता अपने बच्चे के भविष्य को सुनहरा देखना चाहते हैं और इसके लिए वो उसके जन्म से ही Planning करना शुरू कर देते हैं. बच्चे के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए सभी को पैसों की जरूरत होती है. अगर आप अभी से Saving करके चलेंगे तब जाकर आगे बच्चों की मदद कर पाएंगे. (Baccho Ka Future Secure Kaise Kare) अगर आप इस Saving के साथ में अपने बच्चों के Future को Secure करना चाहते हैं तो आप LIC का Plan Number 834 यानि Jeevan Tarun Policy ले सकते हैं. एलआईसी जीवन तरुण पॉलिसी क्या है? What Is LIC Jeevan Tarun Policy, LIC  Plan Number 834 क्या है? What Is LIC Plan Number 834, LIC Jeevan Tarun Policy के लाभ? Benefits Of LIC Jeevan Tarun Policy.

LIC Jeevan Tarun Policy पॉलिसी क्या है? What Is LIC Jeevan Tarun Policy?

LIC Jeevan Tarun Policy बच्चों के लिए एक बहुत ही अच्छी Policy है. इसमें आप बच्चों के जन्म से ही उनके लिए Saving शुरू कर सकते हैं और उनके बड़े होने तक आप उनके लिए काफी सारा पैसा इकट्ठा कर सकते हैं जो उनकी पढ़ाई और शादी के काम में आ सकता है. ये एक सहभागी Non Linked Limited Premium Payment Plan है. इसमें निश्चित अवधि में Plan Mature हो जाता है और आपको पैसा मिल जाता है.

LIC Jeevan Tarun Policy Kaise Le – LIC Jeevan Tarun में आप बच्चे के जन्म के 90 दिन के बाद प्रवेश ले सकते हैं. इसके बाद आपको नियमित रूप से Premium देना होता है बीमित रकम के हिसाब से. जब आपका बच्चा 25 वर्षों का हो जाता है तो आपको बीमित रकम मिल जाती है. इसमें एक बात का ध्यान रखें कि आपको Premium सिर्फ 20 वर्षों तक ही भरना है. इसके बाद आपको इसका पैसा मिलना शुरू हो जाता है.

LIC Jeevan Tarun Policy के लिए योग्यता – Eligibility For LIC Jeevan Tarun Policy

इस Policy को आप आपने बच्चे के लिए ले सकते हैं. Policy लेने के लिए बच्चे की उम्र कम से कम 3 महीने और ज्यादा से ज्यादा 12 साल होनी चाहिए. इस Policy में Premium का भुगतान आपको बच्चे की 20 वर्ष की उम्र तक करना होता है. आप इसे जितनी कम उम्र में शुरू करेंगे Premium उतना ही कम रहेगा. बच्चे के 20 साल का होने के बाद उसे Survival Benefit मिलना शुरू हो जाता है. ये हर साल आपके बीमित रकम का कुछ Percent मिलता है. फिर आखिरी में जितनी भी बीमित रकम बचती है वो आप ले सकते हैं. अगर आप Survival Benefit का Option नहीं लेना चाहते हैं तो आप उसे लेने से इंकार भी कर सकते हैं. इस Policy मे आप Minimum बीमित रकम 75 हजार ले सकते हैं और अधिकतम की कोई सीमा नहीं है.

एलआईसी जीवन तरुण सर्वाइवल के लाभ – Benefits Of LIC Jeevan Tarun Survival

LIC Jeevan Tarun Policy में आपको Survival Benefit मिलता है. Survival Benefit आपको बच्चे के 20 साल की उम्र पूर्ण करने पर ही मिलता है. ये पाँच सालों के लिए रहेगा यानि बच्चे की 20 से 24 साल की उम्र तक उसे एक निश्चित मात्रा में हर साल पैसा मिलता रहेगा.

इस Policy में Survival Benefit के चार विकल्प हैं.

1) अगर आप कोई Survival Benefit नहीं लेते हैं तो 25 साल की उम्र में आपको 100 Percent बीमित राशि मिल जाती है.
2) अगर आप बीमित राशि का 5 Percent हिस्सा सालाना लेते हैं तो आपको 25 साल की उम्र में 75 Percent बीमित रकम मिलती है क्योंकि 25 Percent राशि आपको पिछले 5 सालों में Survival Benefit में मिल चुकी है.
3) अगर आप बीमित राशि का 10 Percent हिस्सा सालाना लेते हैं तो आपको 25 साल की उम्र में 50 Percent बीमित रकम मिलती है क्योंकि 50 Percent राशि आपको पिछले 5 सालों में Survival Benefit में मिल चुकी है.
4) अगर आप बीमित राशि का 15 Percent हिस्सा सालाना लेते हैं तो आपको 25 साल की उम्र में 25 Percent बीमित रकम मिलती है क्योंकि 75 Percent राशि आपको पिछले 5 सालों में Survival Benefit में मिल चुकी है.

इस तरह अगर आप Survival Benefit ले या न लें आपको 25 साल की उम्र तक 100 Percent बीमित राशि मिल जाती है.

LIC Jeevan Tarun Policy के लाभ – Benefits Of LIC Jeevan Tarun Policy

उत्तरजीविता लाभ – Survival Benefit

Policy की अवधि पूरी होने तक यदि बीमा धारक जीवित रहता है तो उसे 100 Percent बीमित राशि मिल जाती है. इसके साथ ही वो Survival Benefit भी ले सकता है.

मृत्यु लाभ – Death Benefit

Policy लेने के दो साल के भीतर बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो LIC केवल भुगतान किए गए Premium वापस लौटा देती है. LIC बीमित राशि का भुगतान नहीं करती है. लेकिन यदि Policy लेने के दो साल बाद बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो बीमित रकम का 125%+ Vested Reversionary Bonus+Final Additional Bonus मिलता है.

LIC Jeevan Tarun Policy जीवन तरुण के अतिरिक्त लाभ – Additional Benefits Of LIC Jeevan Tarun

  • इस Plan मे आपको Income Tax की धारा 80 सी के तहत छूट मिलती है.
  • आप इस Policy पर Loan भी ले सकते हैं.
  • अगर आप Policy को Surrender करना चाहते हैं तो उसे Surrender भी कर सकते हैं. Policy खरीदने के एक वर्ष के भीतर यदि Surrender की जाती है तो आपको Premium का 70 Percent तक ही भुगतान किया जाता है. यदि आप एक साल Premium भरने के बाद Surrender करते हैं तो आपको 90 Percent तक Return मिलने की उम्मीद रहती है लेकिन यदि आप 5 साल के बाद Surrender करते हैं तो आपको भरे हुए Premium के अलावा Bonus भी मिलता है. तो अगर आप Surrender करना चाहते हैं तो कम से कम 5 साल बाद करें क्योंकि इसमें आपको ज्यादा Return मिलेंगे.

बच्चों के भविष्य के लिए ये Policy काफी अच्छी है लेकिन इस Policy का Premium माता-पिता या उसके अभिभावक को भरना है. ऐसे में यदि उन्हें कुछ हो जाता है तो Premium नहीं भरा पाएगा और Policy Lapse हो जाएगी और बच्चे को कोई फायदा नहीं मिल पाएगा.

ये Policy आपके बच्चे को भविष्य में आर्थिक सुरक्षा दे सकती है लेकिन उसके लिए आपको बच्चे की 20 साल की उम्र तक Premium भरना होगा. इसके स्थान पर आप खुद के लिए कोई बीमा Policy ले सकते हैं जिसका लाभ आपके परिवार को बाद में मिल सके. बच्चों के लिए आप Sukanya Samriddhi Account या PPF में Investment कर सकते हैं जिससे वे भी पैसा निकाल सके और आपका पैसा किसी भी हालत में डूबे नहीं. ये Plan सिर्फ बच्चों के भविष्य के हिसाब से ठीक है क्योंकि ये उन्हें आपकी तरफ से एक सही समय पर आर्थिक सुरक्षा दे सकता है.

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HSRP क्या है, High Security Registration Plate कैसे बनवाएँ? https://www.hindiroot.com/what-is-hsrp-how-to-apply-online-for-high-security-registration-plate/ https://www.hindiroot.com/what-is-hsrp-how-to-apply-online-for-high-security-registration-plate/#respond Sun, 31 Jul 2022 09:29:26 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=16755 How To Apply Online For high security registration plate

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HSRP – Delhi में पिछले कुछ दिनों से Number Plate को लेकर काफी Challan कट रहे हैं इसकी वजह है कि उनके वाहन में (HSRP Full Form In Hindi) HSRP यानि High Security Registration Plate नहीं है. Government के निर्देशानुसार 1 दिसंबर 2020 से सभी वाहनों पर High Security Registration Plate होना जरूरी है. अब ये High Security Registration Plate क्या है? What Is A High Security Registration Plate? High Security Registration Plate Online कैसे बनवाएं? How To Make High Security Registration Plate Online इन सभी सवालों के जवाब आपको यहाँ मिलेंगे.

क्या है HSRP? What Is HSRP?

High Security Registration Plate Kya Hai? – HSRP का Full Form High Security Registration Plate. ये एक नई तरह की Number Plate है जो Delhi और Up में वाहनों पर लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. Government का आदेश था की 1 दिसंबर तक सभी वाहन मालिक अपने वाहनों पर इसे लगवा ले. जिनहोने इसे नहीं लगवाया है वे अब दिक्कत का सामना कर रहे हैं.

इस Number Plate की खासियत ये है की इसमें गाड़ी की जानकारी एक पुख्ता तालमेल बनाती है. इस Plate में छेड़छाढ़ करना संभव नहीं है. यदि कोई करता भी है तो उसके बारे में आसानी से पता लग जाता है. ये Aluminum की Number Plate होती है जिसे दो Non Reusable Lock से लगाया जाता है. कोई यदि छेड़छाढ़ करता है तो इसके Lock टूट जाते हैं और पता लग जाता है की Plate के साथ छेड़छाड़ हुई है.

इसके साथ ही इसमें Chromium Metal में नीले रंग (Blue Colour) का Ashoka Chakra का Hologram लगाया जाता है जिसका Size 20X20 Mm होता है. Plate में बाई तरफ नीचे की ओर 10 अंकों का खास Pin होता है जिसे Laser द्वारा बनाया जाता है. Number Plate पर जो Number लिखा होता है वो भी सामान्य नहीं होता है बल्कि उभरा हुआ होता है. इसे आप अगर 45 डिग्री के Angle से देखते हैं तो इस पर आपको India लिखा हुआ दिखता है.

HSRP के लिए ऑनलाइन कैसे अप्लाई करें? How To Apply Online For HSRP

High Security Registration Plate Online Kaise Apply Kare? – अगर आप Delhi या Up में रह रहे हैं तो आप Online HSRP के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए नीचे दिया गया Process Follow करें.

High Security Registration Plate Kaise Banwaye?

  • सबसे पहले Hsrp Website (Https://Bookmyhsrp.Com/) पर जाएं.
  • यहाँ आपको Home Page पर बाईं तरफ एक Number Plate दिख रही होगी. आपको उसी पर Click करना है.
  • इसके बाद आपको ये बताना है कि आपके पास कौन सा वाहन है. जैसे आपके पास Bike है या Car है या फिर कोई अन्य वाहन है.
  • इसके बाद आपको अपने वाहन की Details देनी है जैसे वो कौन सी Company का है.
  • इसके बाद आपको अपने राज्य की जानकारी देना है.
  • इसके बाद आपको ये बताना है कि आपका वाहन Personal या है Commercial है.
  • इसके बाद आपको उसके Fuel Type के बारे में बताना है.
  • इसके बाद आपको अपनी गाड़ी की Details जैसे उसका Registration Date, Registration Number, Chassis Number, Engine Number, Vehicle Owner Name, Email Id, Address आदि फिल करना है.
  • इसके बाद आपको ये बताना है कि आपको Delivery कब और कहाँ चाहिए.
  • इसके बाद आपको HSRP के लिए Payment करना है और Customer Receipt लेनी है जिसे आप संभाल कर रखें.

इस तरह आप Online HSRP के लिए आवेदन कर सकते हैं. एक बात का ध्यान रखें कि इसकी Online सुविधा अभी सिर्फ Delhi और Uttar Pradesh के लिए शुरू की गई है. अन्य राज्य के लोग इस Number Plate को Online नहीं बनवा सकते हैं. इसलिए अगर आप Delhi या Up मे रहते हैं तो ही इसके लिए आवेदन करें.

कलर कोडेड फ्यूल स्टिकर- Color Coded Fuel Sticker

Color Coded Fuel Sticker Kya Hai? – Number Plate में बदलाव के साथ Government ने Delhi में Fuel की जानकारी देने वाली एक Plate लगाने को भी कहा है जिसे Color Coded Fuel Sticker कहा गया है. इसमें रंगों के आधार पर ये तय होगा कि आपकी गाड़ी में कौन सा Fuel है. यानि सामने वाले को पता लग जाएगा कि आपकी गाड़ी में कौन सा Fuel यूज हो रहा है.

जून 2019 मे सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय – Ministry Of Road Transport & Highways ने सभी राज्यों से कहा था कि वो अपने यहाँ गाड़ियों पर Hologram आधारित Color Coded Stickers को लगाना सुनिश्चित करें. इसके लिए दिया गया Color Code इस्तेमाल किया जाता है.

High Security Registration Plate Color Code

नीला रंग – Blue Color : Petrol और CNG से चलने वाली गाड़ियों के लिए.
नारंगी रंग – Orange Color : Diesel से चलने वाली गाड़ियों के लिए.

इस Color Code Stickers में गाड़ी का Registration Number, Laser से बने Pin, गाड़ी का चेसिस Number और Engine Number जैसी जानकारी उपलब्ध होगी. ऐसा करने के पीछे मंत्रालय का कहना है कि ऐसा करने से गाड़ी की पहचान दूर से ही की जा सकेगी. साथ ही गाड़ी की चोरियों में भी कमी आएगी क्योंकि चोरी होने पर उन्हें Trace करना काफी आसान हो जागा.

Delhi में HSRP को 2012 से लगाया जा रहा है वहीं Colorful Stickers को साल 2018 से. इन्हें लगवाने के लिए गाड़ियों के मालिकों को काफी समय दिया गया था लेकिन जिन लोगों ने इन्हें अभी तक नहीं लगवाया है उन पर Traffic Police चालानी कार्यवाही कर रही है. News Reports के मुताबिक ये Challan फिलहाल में 5500 रुपये है लेकिन एक्ट के अनुसार ये Challan 10 हजार रुपये तक का है. Delhi में High Security Registration Plate के नहीं होने से उनके Fitness Certificate देने पर भी रोक लगाई थी. वहीं अक्टूबर में परिवहन आयुक्त ने एक आदेश जारी कर बिना HSRP वाली गाड़ियों के RTO में होने वाले जरूरी कामों पर भी रोक लगा दी थी.

HSRP को आपकी और आपकी गाड़ी की सुरक्षा के लिए ही लगाया जा रहा है. आजकल गाड़ियों में Number Plate की हेरा फेरी करके उन्हें चोरी करना काफी आसान हो गया है जिसके चलते काफी सारी गाडियाँ चोरी होने के बाद वापस मिलती ही नहीं है क्योंकि उनकी हालत ही बदल दी जाती है. ऐसे में HSRP Plate होने से ये आसानी से पहचाना जा सकेगा की गाड़ी की Plate के साथ कोई बदलाव तो नहीं किया गया है. यदि किसी ने गाड़ी की Plate को हटाया है तो उसके Lock टूटे मिलेंगे और यही पहचान होगी की ये गाड़ी चोरी की हो सकती है. तो यदि आप Delhi या Uttar Pradesh में रह रहे हैं तो अपनी गाड़ी को चालानी कार्यवाही से बचाने के लिए ही सही HSRP और Color Coded Fuel Sticker का इस्तेमाल जरूर करें.

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