Income Tax History : भारत में कब से शुरू हुआ था Income Tax

Income Tax History :- हर साल January से March तक Income Tax भरने की चिंता रहती है. वहीं Budget में हर साल Income Tax में कोई न कोई बदलाव आ ही जाता है. ये सब देखकर ऐसा लगता है कि आखिर इस Income Tax की शुरुवात किसने की होगी? (Income Tax Ki Shuruaat Kisne Ki) Who started income Tax, Government ने क्यों Income Tax लगाना शुरू किया? अगर आपके मन में इस तरह के सवाल उठते हैं तो इस लेख में आप Income Tax की पूरी कहानी जान पाएंगे.

Income Tax कब से लगाया जा रहा है? Since when is Income Tax being levied

आपने यदि राजा-महाराजों से संबन्धित कोई Movie or Serial देखे हो या उनके बारे में पढ़ा हो तो आपने उनमें देखा होगा की राजा जनता पर कर लगाया करते थे. ये कर वो जनता से फसल और आभूषण आदि के रूप में वसूलते थे. उस समय राजकीय खर्चों और सैन्य खर्चों को चलाने के लिए राजा को जनता पर कर लगाना पड़ता था. भारत में कर लगाने की परंपरा काफी पुरानी है. लेकिन आधिकारिक रूप से इसकी शुरुवात होती है 18 फरवरी 1860 में British Raj के साथ होती है.

किसने शुरू किया income TAX – Who Started income Tax

British का आगमन साल 1600 की आसपास हुआ था जब वे UK Government से भारत में एकतरफा व्यापार करने की अनुमति लेकर आए थे. लेकिन धीरे-धीरे ये भारत पर राज करने लगे. उनकी इस नीति के खिलाफ भारत में विद्रोह हुआ और उनमें प्रमुख विद्रोह 1857 की क्रांति रही जिसमें British का भारी नुकसान हुआ.

उस समय इस नुकसान की भरपाई करने के लिए भारत की गवर्नर जनरल परिषद के वित्त सदस्य James Wilson ने Income Tax law को लागू किया. उस समय ये कर धनवानों, रजवाड़ो और भारत में रहने वाले British Citizens पर लगाया जाता था. इस TAX से British Army और उससे जुड़े अधिकारियों को छूट दी गई थी. उस समय 200 रुपये से अधिक की Annual incomeपर 23 प्रतिशत TAX लगाया जाता था. वहीं 500 रुपये से अधिक की Income पर 4 प्रतिशत TAX लगाया जाता था. जानकारी के मुताबिक पहले साल Income Tax से Government की 30 लाख रुपये Income हुई थी.

1857 की क्रांति का सबसे बड़ा असर – The Biggest impact of The Revolt of 1857

1857 में जो क्रांति भारत में हुई थी वो मुख्य तौर पर Corporate Governance के खिलाफ था. उस समय तक British Government भारत पर राज नहीं कर रही थी. इस विद्रोह के कारण Company का भारी नुकसान हुआ और नौबत यहाँ तक आ गई की Company को British Parliament से अपने खर्चों को चलाने के लिए कर्ज लेना पड़ा. इसके बाद British Crown ने भारत में सत्ता को संभाला और 1860 में James Wilson ने Government और सेना के खर्च को निकालने के लिए तीन तरह के TAX लगाए जिसमें income TAX, License TAX और Tobacco TAX था।

1865 में निरस्त हुआ था कानून – The Law Was Repealed in 1865

1860 में James Wilson ने इस कानून को लागू तो किया था लेकिन देश में रहने वाले ताकतवर लोगों को ये कानून पसंद नहीं आया और वे लगातार इसका विरोध करने लगे. विरोध के चलते साल 1865 में इसे निरस्त किया गया लेकिन फिर कुछ बदलाव के साथ फिर से साल 1867 में इसे पेश किया गया और फिर से लागू किया लेकिन इसमें TAX की दर को कम किया गया था.

1886 में आया व्यापक Income Tax कानून – Comprehensive Income Tax Act in 1886

साल 1886 में Lord Dufferin एक New income Tax Law लेकर आए जो एक Business income Tax Law था. वास्तविक तौर पर इसी का स्वरूप आज के Income Tax में दिखता है. इस साल Government ने 1.36 करोड़ रुपये राजस्व की वसूली की थी. इसके बाद से ही Income Tax की दरों को बढ़ाया जाने लगा. सबसे ज्यादा Growth First World War के समय साल 1916 और 1917 में हुई थी. जिसकी वजह से British Government ने 11 करोड़ रुपये की income Tax Recovery की थी.

व्यापक Income Tax कानून – Comprehensive income Tax Law

First World War के साथ ही भारत में आजादी के लिए संघर्ष शुरू हो चुका था लेकिन ये इतने बड़े लेवल पर नहीं था. भारत में Gandhi Ji के आगमन के साथ ही भारत में आजादी के अनूठे प्रयास होने लगे थे जिसमें असहयोग आंदोलन (Non-Cooperation Movement) प्रमुख था. साल 1922 में ही असहयोग आन्दोलन के समय पहली बार व्यापक आधार वाला Income Tax कानून बनाया गया. इसी समय से Income Tax Department के विकास की कहानी भी शुरू होती है. यही वो समय था जब Income Tax अधिकारियों को अलग-अलग नाम दिये गए.

इसके दौरान ही जब Second World War हुआ तो देश में कर चोरी बहने लगी जिसके परिणामस्वरूप 1943 में विशेष जांच शाखाएँ स्थापित की गईं. साल 1945 में पहली बार income tax officers की सीधी भर्ती (Direct Recruitment of Income Tax Officers) की गई. इसके लिए Accounts & Audit (लेखा और लेखापरीक्षा) रखी गई. बाद में इसे ही Indian Revenue Service (IRS) – भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) का नाम दिया गया.

भारत के आजाद होने के बाद साल 1963 में Income Tax के पास Wealth Tax, General Tax, Directorate of Enforcement जैसे काम थे. इनके लिए साल 1963 में ही Revenue Act Board Law आया था जिसके तहत CBDT (Central Board of Direct Taxes) का गठन किया गया था. साल 1970 तक Tax की बकाया राशि वसूल करने का अधिकार विभाग के State Officials के पास था. लेकिन 1972 में कर वसूली के लिए New Wing बनाई गई और Commissioner Appointed किए गए. इसके बाद से Income tax को लेकर समय-समय पर बदलाव होते आए हैं.

साल 2020 में जो Tax System है उसके अनुसार यदि आपकी कमाई 5 लाख से ज्यादा है तो आपको उस पर 5 प्रतिशत Income Tax देना होगा. अगर 5 से 10 लाख रुपये आपकी income है तो उस पर आपको 20 प्रतिशत Income Tax देना होगा. वहीं अगर आपकी Income 10 लाख से भी ज्यादा है तो आपको आपकी Income का 30 प्रतिशत हिस्सा Tax के रूप में देना होगा. ये सभी आंकड़े Annual income के लिए दिये हुए हैं क्योंकि Income Tax आपकी Annual income पर गिना जाता है.

अब आप जान गए होंगे कि Income Tax की शुरुवात भारत में कैसे हुई? वैसे कई लोग ये भी सोचते हैं कि Government उनके द्वारा कमाई गई Income पर Tax क्यों लगाती है. तो आप खुद ही सोचिए कि यहाँ आप रहकर पूरी सुरक्षा के साथ कमाई करते हैं. ऐसे में Government भी आपको Direct or indirect रूप से कई योगदान देती है. Government के भी कई सारे खर्च होते हैं जिन्हें वो आम जनता (General Public) पर करती है. इन खर्चों की भरपाई Government Tax के द्वारा ही करती है.

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