आपका शरीर आपके जीवन का उपवन है

जो लोग आये दिन नई नई समस्याओ से घिरे रहते है। वह व्यक्ति असाधारण जीवन यापन करते है। सही मायने में मनुष्य पीढ़ी दर पीढ़ी पर्त्येक सीडी की सहायता से बढ़ता ही जा रहा है। मनुष्य ऐसी कई चीजो के पीछे भागता है जिसकी वजह से न चाहकर भी मनुष्य कई प्रकार की बीमारियो से घिर जाता है। कई बार ऐसे रोग होते है जिनका तीर तुक्का बैठाना पड़ता है। इस अवस्था में योग एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से हम कई बीमारियो को दूर कर सकते है।

मनुष्य यदि ध्यान प्रकिया का सहारा ले तो मनुष्य ऐसे कई बीमारियो का उपचार खोजा सकता यही जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की होगी। शिध करने से हमें ऐसे सूत्र हाथ लगेंगे जिसकी सहायता से हम कई बीमारियो को रोकने के उपचार के साथ ही उन्हें रोकने का भी उपाय रोक सकते है। वर्तमान समय में अधिकतर व्यक्ति सिरदर्द,चक्कर आना,आखो में सूजन, काम में मन न लगना,जैसी बीमारियो का सामना करना पड़ता है। और यह सब परेशानिया तनाव का ही कारन बनती है। मनुष्य इस सभी परेशनियों का दोपशी कभी मौसम तो कभी वातावरण को देता है।
Hum Bimar Kyu Hote Hai?
तनाव से ही मनुष्य कई प्रकार की बीमारियो को आमंत्रित करता है। तनाव से शरीर में अनिंद्रा ,चिंता खिन्नता स्नायु आदि बीमारियो को आमंत्रित करता है। मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए तनाव पूर्ण रहना चाहिए, तनाव से मनुष्य स्वयं ही मुक्ति पा सकता है। शरीर को किसी भी तरह का तनाव महसूस नहीं होने दे। आपका शरीर आपके जीवन का उपवन बन सकता है।

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