Computer Archives · https://www.hindiroot.com/category/computer/ Mon, 11 Jul 2022 13:22:50 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.4.3 https://www.hindiroot.com/wp-content/uploads/2019/06/cropped-fevicon-32x32.png Computer Archives · https://www.hindiroot.com/category/computer/ 32 32 Old Password के बिना Windows का Password कैसे बदले https://www.hindiroot.com/how-to-change-windows-password-without-old-password/ https://www.hindiroot.com/how-to-change-windows-password-without-old-password/#respond Fri, 18 Feb 2022 09:45:06 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=15400 Windows Password :- हेलो दोस्तों! आज के समय में लोगों में Mobile और Smartphone (Mobile And Smartphone) का चलन बढ़ता ही जा रहा है. इसके साथ ही लोग Laptop और Computer (Laptop And Computer) की तरफ भी तेजी से बढ़ रहे हैं. जिस तरह से Device उसका उपयोग बढ़ रहा है ठीक उसी तरह लोग ... Read more

The post Old Password के बिना Windows का Password कैसे बदले appeared first on .

]]>
Windows Password :- हेलो दोस्तों! आज के समय में लोगों में Mobile और Smartphone (Mobile And Smartphone) का चलन बढ़ता ही जा रहा है. इसके साथ ही लोग Laptop और Computer (Laptop And Computer) की तरफ भी तेजी से बढ़ रहे हैं. जिस तरह से Device उसका उपयोग बढ़ रहा है ठीक उसी तरह लोग इन Devices की Security (Devices Security) को लेकर भी काफी सजग हो रहे हैं. आजकल Mobile की Security के लिए Password (Password For Security) का उपयोग काफी आम बात हो गई है.

आज सभी लोग अपने Mobile और Computer को Password Protected  रखते हैं और कई हद तक यह ठीक भी है क्योंकि अपने Device पर Password लगा देने से हमारी Device के साथ ही हमारे Device में मौजूद Data भी काफी हद तक सुरक्षित (Data Security) रहता है. इसके साथ ही हमें Device को लेकर यह डर भी नहीं रहता है कि हम इसे कहीं खो ना दें.

आज हम आपको Windows की Security के बारे में जानकारी देने वाले हैं. आज हम जानेंगे कैसे आप अपने Computer को Password के माध्यम से सुरक्षित रख सकते हैं? और कैसे आप अपने Windows के Password को Change कर सकते हैं? और साथ ही यह भी जानेंगे कि बिना पुराने Password (How To Change Old Password) को जाने कैसे आप Password बदल सकते हैं? तो चलिए बात करते हैं इस बारे में विस्तार से.

Windows का Password कैसा होना चाहिए? What Should Be The Windows Password

किसी भी Computer के Windows में Password लगाने या बदलने से पहले हमें इस बारे में जानकारी होना चाहिए कि हमारे System का Password कैसा हो? दरअसल हमारे Windows का Password नंबर्स, वर्ड्स और सिंबॉल्स (Words, Numbers And Symbols) से मिलकर बना होता है. इस तरह से बनाए गए Password को एक अच्छा Password कहा जाता है. Password को लेकर यह भी कहा जाता है कि यह कम से कम 8 Words का होना चाहिए जिसमें Words, Numbers And Symbols का उपयोग किया जाना चाहिए.

Computer की Security के लिए Alphanumeric Password Format सबसे अच्छा होता है क्योंकि यह दूसरे Password की बजाय अधिक सुरक्षित रहता है. आपके Computer Password को एक Image या फिर दिन में भी बदला जा सकता है. इसके माध्यम से आप अपने Microsoft Account में Sign In करते हैं.

Windows में Password को कैसे बदला जाता है? How To Change Windows Password

  • इसके लिए सबसे पहले आपको अपने Laptop या Computer को On करना होगा. जब यह On हो जाता है तो इसकी Screen के नीचे Left Side में Start Button दिखाई देता है इस पर आपको Click करना है.
  • इस पर Click करने के बाद आपको Settings के Option पर Click करना है, जहां से आप सीधे Computer या Laptop की Settings पर चले जाएंगे.
  • यहां पहुंचने के बाद आपको Account का Option Select करना है जिसके बाद आपके सामने Sign In का Option आता है. यहां आपको Change Your Account Password के साथ मौजूद Change पर Click करना है.
  • यहां अपना Password बदलने के लिए आपको पहले अपने Current Password को Inter करना होगा इसके बाद Sign In पर Click करना होगा. इसके बाद आपको आपके Registered Mobile Number पर Password Change करने के लिए एक New Code भेजा जाता है. इस Code को अपने सामने मौजूद Screen पर दर्ज करने के बाद आपको Inter दबाना है.
  • इस बार आपके सामने एक New Page Open होगा जिसमें आपको अपना Old Password दर्ज करना होगा और साथ ही New Password भी दर्ज करना होगा. आपको यहां अपना New Password एक और बार दर्ज करना होगा. इसके बाद आपको Inter दबाना है.
  • इस Process को पूरा करने के बाद आपको दिखाई देगा जिसमें लिखा होता है कि आपका Password सफलतापूर्वक बदल दिया गया है.

अपने Computer के Password को Pin में कैसे बदले? How To Change Computer Password To Pin

  • अपने Computer के Password को Pin में बदलने के लिए आपको सबसे पहले अपने Computer के Settings Option में जाना होगा. यहां जाने के बाद आपको Account Option पर Click करना होगा.
  • जैसे ही आप Account के अंदर आते हैं तो यहां Sign In Option में आपको Pin के नीचे Add का Option दिखाई देता है. इस पर आपको Click करना है.
  • यहां आपको आप के Current Microsoft Account के Password से Sign In करना होता है. इसके बाद आपके सामने New Pin डालने के लिए कहा जाता है. जिसके बाद आपको उस Pin को एक बार फिर से Confirm करना होता है. जैसे ही आप यहाँ Ok करते हैं तो आप का Pin Activate हो जाता है और आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

अपने Password को Picture Password में कैसे बदले? How To Change Computer Password To Picture Password

  • जैसा कि हम आपको पहले बता चुके हैं इसके लिए आपको सबसे पहले अपने Computer की Settings में जाना होगा. जिसके बाद आपको Account Option में Sign In के नीचे Picture Password दिखाई देगा. यहां आपके सामने एक Option आता है इस पर आपको Click करना है.
  • आपको पहले आप मौजूदा Password से Account में Sign In करना होता है उसके बाद Ok पर Click करना है. इतना करने के बाद आपके सामने Picture का Option आता है. जिसमें आपको Files में से एक Photo को चुनना होता है.
  • यहां से आपको तीन तरह के इशारे Set करना होते हैं जोकि Picture Password का हिस्सा बन जाते हैं. यहां आपके सामने Congratulations का Message आता है यानी कि आपने अपना Image Password बना लिया है. यदि ऐसा नहीं होता है तो आपको यह Process फिर से दोहराना होती है.

मौजूदा Password के बिना Windows पर Password कैसे बदले? How To Change Password On Windows Without Existing Password

How To Reset Computer & Laptop Forgot Password? कई बार हमारे सामने ऐसा होता है हम Password भूल जाते हैं और इस कारण हम Password बदल भी नहीं पाते. लेकिन हम आपको एक ऐसी Trick बताने जा रहे हैं इस सहायता से आप बिना मौजूदा Password के अपने Windows के Password को Change कर सकते हैं. लेकिन इसके लिए आपका पहले से अपने Computer में Login होना जरूरी होता है.

इसकी एक Process है जिसको Follow करना बहुत जरूरी है. चलिए बताते हैं आपको इस बारे में :

  • सबसे पहले आपको अपने Computer की Home Screen पर मौजूद मैं Computer के Icon पर Click करना है और यहां से एक Option Manage Select करना है.
  •  इसके बाद आपके सामने Local Users And Groups का Option दिखाई देता है जिसपर आपको Click करना होता है. यहाँ से आप अपने Computer के उपयोगकर्ताओं की List भी देख पाते हैं.
  • User की List पर आपको राइट Click करना होगा जिसके बस आपको जिसका Password बदलना है उसका चयन करना है और इसके बाद Set Password को Select करना है. यहाँ से आपके सामने Pop-Up Window आएगा जहां आपको Proceed पर Click करना है.
  • यहाँ आपको New Password डालकर Ok पर Click करना होगा. और इसके साथ ही आपके Computer या Laptop का Password बदल जाता है.

computer ka new password ke liye nahi hogi old password ki jarurat

Wi-Fi Password Change Kaise Kare?

Smartphone का Password Reset कैसे करे?

Computer Password Reset कैसे करे, Password Reset Disk कैसे बनाए?

Computer Ka Password Kaise Tode

Without Software Pendrive Ka Password Kaise Set Kare

The post Old Password के बिना Windows का Password कैसे बदले appeared first on .

]]>
https://www.hindiroot.com/how-to-change-windows-password-without-old-password/feed/ 0
New Laptop खरीदने से पहले रखें इन बातों का ध्यान https://www.hindiroot.com/keep-in-mind-while-buying-new-laptop/ https://www.hindiroot.com/keep-in-mind-while-buying-new-laptop/#respond Fri, 18 Feb 2022 08:02:10 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=15398 Buying New Laptop :- आजकल Laptop और Computer (Laptop And Computer) का जमाना चल रहा है और हर कोई Laptop का उपयोग अच्छे से करना जानता है. पहले जहां लोग Computer खरीदने में ज्यादा Interest दिखाते थे तो वहीं अब यह देखने को मिल रहा है कि लोग Laptop की तरफ तेजी से बढ़ रहे ... Read more

The post New Laptop खरीदने से पहले रखें इन बातों का ध्यान appeared first on .

]]>
Buying New Laptop :- आजकल Laptop और Computer (Laptop And Computer) का जमाना चल रहा है और हर कोई Laptop का उपयोग अच्छे से करना जानता है. पहले जहां लोग Computer खरीदने में ज्यादा Interest दिखाते थे तो वहीं अब यह देखने को मिल रहा है कि लोग Laptop की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं. व्यक्ति की चाहे कोई भी जरूरत हो वह Computer की बजाए Laptop लेना ज्यादा उचित समझने लगा है.

यदि आपसे कोई यह पूछे कि आप Computer या Laptop क्या लेना पसंद करेंगे? तो शायद आपका जवाब भी Laptop ही होगा. लेकिन Laptop खरीदने (Things To Know Before Buy Laptop) से पहले कई बातें ही नहीं का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी होता है. यदि आप इन बातों का ध्यान नहीं रखते हो सकता है कि आपको बाद में पछताना भी पढ़े.

आज के टाइम में यह देखने को मिल रहा है Laptop, Computer की तुलना में काफी अधिक कंफर्टेबल (Comfortable) हो गए हैं शायद इसी कारण आप लोग चाहे अपना Office या घर हो हर जगह Laptop ही पसंद करते हैं. वैसे तो यह देखने को मिल रहा है क्या आजकल अधिकतर लोग Online किसी Website के माध्यम से Laptop खरीदते (Buying Online Laptop) हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां उन्हें कई Option एक साथ देखने को मिल जाते हैं. How To Choose The Best Laptop

लेकिन काफी Option सामने होने के कारण उनके लिए कौन सा Laptop सही है. (अच्छा लैपटॉप कैसे खरीदें? How To Buy Good Laptop) अक्सर भी इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाते हैं. लेकिन हम आपको आज कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं उनकी सहायता से आप अपने लिए सबसे बेहतर Laptop का चुनाव कर सकेंगे. चलिए जानते हैं इसके बारे में: Laptop Buy Guide

अपने लैपटॉप के लिए सही प्रोसेसर कैसे चुनें? How To Choose The Right Processor For Your Laptop

किसी भी Laptop में जो सबसे अहम Need होती है वह होती है Laptop का Processor. (How To Increase Speed Of Laptop) किसी भी Laptop की Speed को बढ़ाने के लिए उसमें एक अच्छा Processor होना बहुत ही जरूरी होता है. आज के टाइम की बात करें तो हमारे सामने I3, I5, I7 जैसे कई Processor मौजूद है जिनकी मदद से हमारा काम काफी तेजी से हो जाता है. हमें अपने काम के अनुसार ही Processor का चुनाव करना चाहिए और अपने लिए Best को चुनना चाहिए.

लैपटॉप के लिए सही स्क्रीन कैसे चुनें? How To Choose The Right Screen For A Laptop

Laptop में Screen काफी अहम रोल अदा करती है. क्योंकि Screen के माध्यम से ही अपने काम को देख पाते हैं और उसे बेहतर तरीके से करवाते हैं. Laptop को यदि आप घर के Use के लिए ले रहे हैं, यानी आप इसमें Movie देखना, Photo देखना या कोई छोटा मोटा काम देखना या करना चाहते हैं तो आपके लिए 15 से 17 इंच Screen का Laptop ठीक रहता है. लेकिन यदि आप अपने Office के काम को ध्यान में रखते हुए Laptop लेने की इच्छा रख रहे तो आपके लिए 15 इंच Screen से कम का Laptop ठीक होगा.

अपने लैपटॉप के लिए सही रैम का चुनाव कैसे करें? How To Choose The Right RAM For Your Laptop

यह बात तो हम बहुत अच्छे से जानते हैं RAM का Laptop में क्या महत्व होता है. जिस तरह हम अपने Mobile में हल्के कामों के लिए 2GB RAM का इस्तेमाल करते हैं और जब हमारा इस्तेमाल बढ़ जाता है तो हम इसे 4GB तक बढ़ा देते हैं. ठीक उसी तरह Laptop में भी काम बनने पर RAM को बढ़ाना बहुत ही जरूरी हो जाता है. यहां पर भी आपको पहले अपने काम के अनुसार अपनी RAM को Decide करना है और यह जानना है कि आप के लिए कौन सी RAM ठीक रहेगी.

अपने लैपटॉप के लिए सही हार्ड डिस्क का चुनाव कैसे करें? How To Choose The Best Hard Drive For Your Laptop

जब हम बात Laptop की कर रहे हैं तो उसमें अच्छी Hard Disk का होना लाजमी है. वैसे यह देखने को मिल रहा है कि बीते कुछ दिनों में Hard Disk का एक New Update Version Market में Launch हुआ है.( New Update Version Of Hard Disk) इसे Solid-State Drive (SSD) कहा जाता है. Solid-State Drive (SSD) मैं Hard Disk की तुलना में काफी कम Storage होता है लेकिन यह काफी Fast होती है और इसमें Responsive Storage भी मिलता है.

जब हम Laptop में एसएसडी (SSD) का उपयोग करते हैं तो हम Hard Disk की कमी को पूरा करने के लिए Portable Hard Disk का Use कर सकते हैं लेकिन यदि हम बात सिर्फ Hard Disk की कर रहे हो तो किसी भी Laptop के लिए 500 Gb से लेकर 1TB तक की Hard Disk बेहतर रहती है.

अपने लैपटॉप के लिए सही बैटरी का चुनाव कैसे करें? How To Choose The Right Battery For Your Laptop

जब हम कोई Laptop लेते हैं उसमें Battery मिलती है इसका Backup कम और ज्यादा होता है. कहीं Laptop ऐसे होते हैं जिनकी Battery कुछ मिनटों में ही खत्म हो जाती है और हमें उनसे अधिक Backup नहीं मिल पाता है. जबकि Market में आज के समय में ऐसी कई Laptop मौजूद है जो 4 से 6 घंटे तक का Battery Backup देते हैं. ऐसे Laptop का Use अपना केवल घर रहते हुए बल्कि Travelling के दौरान भी आसानी से कर सकते हैं. आमतौर पर आपको ऐसे ही Laptop लेने की सलाह दी जाती है जिनकी Battery कुछ घंटों तक का Backup जरूर दें. ताकि लाइट ना होने पर भी आपका कोई काम रुके नहीं.

अपने लैपटॉप के लिए सही ग्राफिक कार्ड का चुनाव कैसे करें? How To Choose The Right Graphics Card For Your Laptop

वैसे तो Laptop में Motherboard के साथ ही Inbuilt Graphic Card भी आता है, जिसकी सहायता से हम हमारे Laptop पर Web Browsing कर पाते हैं, Movie देख पाते हैं या फिर कोई Game खेल पाते हैं. यदि आपका उपयोग MS Office, Movies, Games या इस तरह का है तो फिर आपको Graphic Card की बहुत अधिक जरूरत नहीं होती है. लेकिन यदि आपको ऐसा काम कर रहे हैं जिसमें हाई क्वालिटी ग्राफिक्स (High Quality Graphics) की जरूरत पड़ती है तो फिर आपको अलग से Graphic Card लगवाने की जरूरत होती है. Laptop लेने से पहले इस बात का जरूर ध्यान रखें.

अपने लैपटॉप के लिए सही स्पीकर का चुनाव कैसे करें? How To Choose The Right Speaker For Your Laptop

वैसे तो आज हर Laptop Speaker के साथ ही आता है लेकिन हमें यह ध्यान रखना है कि हमारे Laptop में Speaker की Position (Speaker Position) क्या है. क्योंकि कई बार ऐसा होता है Laptop के किसी ऐसी जगह पर Speaker होते हैं जिनकी आवाज अपने Laptop को नीचे रखते ही आना काफी कम हो जाती है. इसलिए ध्यान रखें की Speaker ऐसी जगह पर हो जहां से उसकी आवाज साफ-साफ आ सके.

अपने लैपटॉप के लिए सही वाईफाई कनेक्टिविटी का चुनाव कैसे करें? How To Select WIFI In Laptop

आज के समय में बिना Internet के तो कोई भी काम होना संभव नहीं रह गया है. आज हमें हर छोटे से छोटे काम के लिए भी Internet की जरूरत होती है. बात Internet की हो आज Wifi Network जिसका उपयोग बहुत ही अधिक मर चुका है. देखने को मिलता है तो लोग अपने घर पर Wifi Setup करते हैं या फिर अपने Mobile को ही Hotspot Device बनाकर अपने Laptop को Connect कर लेते हैं. इसलिए Laptop लेने से पहले उसकी Wifi Connectivity को भी अच्छे से चेक कर ले. ऐसा ना हो कि आपको बाद में पछताना पड़े.

यह कुछ ऐसी बातें हैं जिनके बारे में आपको ध्यान रखना जरूरी है. इसके अलावा आपको Laptop की कीबोर्ड (Keyboard) को भी अच्छे से चेक कर लेना चाहिए. यही नहीं उसके Touchpad को भी अच्छे से चला कर देख ले कि उसका Mouse अच्छे से काम कर रहा है या नहीं. इसके अलावा यूएसबी (USB) को भी चेक करना बहुत ही जरूरी होता है. यह भी ध्यान रखें कि आपके Laptop में Usb की संख्या कम से कम चार हो.

Normal Laptop VS Gaming Laptop – नॉर्मल लैपटॉप और गेमिंग लैपटॉप में क्या अंतर है, कौन सा लैपटॉप है बेहतर?

laptop se delete kare ye Data, Experts tips for Laptop in hindi

without formatting Computer-Laptop की Speed कैसे Badhaye?

Second Hand Laptop खरीदने से पहले ध्यान रखें ये बातें

Best Laptop Under 25 Thousand :- सस्ता और अच्छा लैपटॉप कीमत 25 हजार से कम

Avita Essential Laptop With 14-Inch Full-HD Display शानदार लैपटॉप

The post New Laptop खरीदने से पहले रखें इन बातों का ध्यान appeared first on .

]]>
https://www.hindiroot.com/keep-in-mind-while-buying-new-laptop/feed/ 0
Linux VS Windows – Linux Operating System और Windows Operating System में क्या अंतर है? https://www.hindiroot.com/linux-vs-windows-what-is-the-difference-between-linux-operating-system-and-windows-operating-system/ https://www.hindiroot.com/linux-vs-windows-what-is-the-difference-between-linux-operating-system-and-windows-operating-system/#respond Wed, 16 Feb 2022 13:32:48 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=15390 Linux VS Windows :- आज हमारे सामने कई Operating Systems आ चुके हैं. जिनका इस्तेमाल हम अपनी जरूरत के हिसाब से करने लगे हैं. इन Operating System में हमेशा दो system से बीच बात को लेकर बहस होती रहती है कि दोनों में से कौन सा बेहतर है और दोनों में क्या अंतर है? (Difference ... Read more

The post Linux VS Windows – Linux Operating System और Windows Operating System में क्या अंतर है? appeared first on .

]]>
Linux VS Windows :- आज हमारे सामने कई Operating Systems आ चुके हैं. जिनका इस्तेमाल हम अपनी जरूरत के हिसाब से करने लगे हैं. इन Operating System में हमेशा दो system से बीच बात को लेकर बहस होती रहती है कि दोनों में से कौन सा बेहतर है और दोनों में क्या अंतर है? (Difference between windows and linux) windows VS linux

हम यहां बात कर रहे हैं Linux Operating System और Windows Operating System के बारे में. आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको यह बताएंगे कि Linux और Windows में से आपके लिए कौन सा Operating System अच्छा है? दोनों operating systems के क्या फायदे हैं और क्या नुकसान है? (Advantages and Disadvantages of Linux and Windows Operating Systems) आदि.

लेकिन इस बारे में जानने से पहले हम आपको यह बता दे कि एक टाइम ऐसा भी था जब Operating System नहीं थे. उस समय Operating System के स्थान पर किसी Machine के लिए special coding (Special Coding) के माध्यम से Software बनाया जाता था. यह special coding किसी एक स्पेशल Machine नहीं चल सकती थी. ऐसा इसलिए क्योंकि इस टाइम सभी मशीनों के हिसाब से Hardware Configration भी Different होते थे.

कंट्रोल प्रोग्राम्स ऑफ माइक्रो कंप्यूटर क्या है? What is Control Programs of Microcomputer

इस परेशानी को दूर करते हुए एक Operating System जिसे cpm यानी कंट्रोल प्रोग्राम्स ऑफ माइक्रोकंप्यूटर (CPM=Control Programs of Microcomputer) कहा जाता था इसका चलन शुरू हुआ. लेकिन कुछ समय बाद Microsoft के मालिक Bill Gates के द्वारा ibm के लिए DOS – Disk Operating System का निर्माण किया गया. इसे बनाए जाने के कुछ टाइम के बाद Disc Operating System पर ही Windows Operating System (Windows Operating System) को लाया गया.

Windows के हम कहीं Operating System अब तक देख चुके हैं. और फिलहाल की बात करें तो अब Windows 10  Operating System काफी चर्चा में रह रहा है. Windows को बनाए जाने के कुछ टाइम बाद Linux भी चर्चा में आया. Linux को Open Source Operating System के रूप में देखा गया और इसने खूब चर्चा बटोरी.

Operating System क्या है? What is Operating System?

दोस्तों हमने Operating System के बारे में इसकी हिस्ट्री को तो समझ लिया लेकिन हम यह नहीं समझ पाए कि Operating System क्या होता है? What is Operating System तो आपको बता दें कि एक Operating System एक तरह का program होता है जिसे computer hardware को control करने के लिए बनाया जाता है. यह एक तरह का computer hardware नियंत्रण है. इसे समझने के लिए आप यह कह सकते हैं Operating System की मदद से ही हम जो भी command computer को देते हैं वह उसे समझ पाता है. यह user और hardware के बीच एक medium का काम करता है.

आज के इस आर्टिकल में हम Linux और Windows क्या है? What is Linux and Windows और Linux और Windows के बीच क्या अंतर है? difference between Linux and Windows इस बारे में बात करने जा रहे हैं. तो चली आपको बताते हैं Linux क्या है? What is Linux?, Windows क्या है? What is Windows

Linux क्या है ? What is Linux

जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि Linux एक open source Operating System है. (Free Operating System) Linux के आने से पहले कोई भी open source Operating System ऐसा नहीं था जो Free में Provided हो. इस कारण market में Linux के आते ही इसका बोलबाला हो गया. Linux का पहला संस्करण साल 1991 में launch किया गया था. इसकी खास बात यह थी कि यह Programming user interface और graphic user interface के साथ आता था.

Linux का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा कर्नल (Kernal) होता है क्योंकि करनाल के द्वारा ही hardware और Software (Hardware and Software) के बीच medium का काम किया जाता है. इसके अलावा Linux Operating Systemका इतिहास फायदा भी है यह multi programmable system है. यानी इसकी मदद से कई programs को एक साथ रन करवाया जा सकता है.

Linux के Security Features दूसरे कई Operating System से अच्छे बताए जाते हैं, और इसमें Antivirus की आवश्यकता भी काफी कम होती है. साथ ही यह भी कहा जाता है कि Windows Operating System की तुलना में Linux काफी तेजी से अपना काम करता है.

 Windows क्या है ? What is Windows

Windows Operating System के बारे में यह बात तो हम बहुत ही अच्छे से जानते हैं कि इसे Microsoft Corporation ने बनाया है. Windows Operating System Graphical User Interface पर आधारित है. जोकि सबसे अधिक लोकप्रिय Operating System भी बन चुका है. इसका कारण यह है कि Windows user friendly है और इस्तेमाल करने में काफी आसान है.

Windows की लोकप्रियता का एक कारण यह भी है कि इसमें graphic display होता है जिसके चलते mouse and karasel movement से Screen पर Click करके कोई भी Task परफॉर्म किया जाता है. हालांकि इन Task को perform करने के लिए निर्देशों को user को याद रखना पड़ता है.

अब तक Windows के कई version हम market में देख चुके हैं. जिनमें Windows 98, Windows 2000, Windows XP, Windows vista, Windows 7, Windows 8, Windows 10 का नाम शामिल है. यह देखने को मिला है कि Microsoft के द्वारा Windows Operating System में समय के साथ बहुत से बदलाव किए गए हैं और Windows को upgrade किया गया है. लेकिन एक बात का ध्यान रखा गया है कि पुराने version में use किए जाने वाले program नए version में भी Support करते हैं.

Windows की लोकप्रियता समय के साथ बहुत अधिक बढ़ चुकी है और इसके users की संख्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. जिसकी वजह इसे आसानी से रन करना है. हालांकि इसमें traffic काफी अधिक होने के कारण virus का खतरा भी अधिक होता है. साथ ही hacking का खतरा भी Windows में अधिक होता है.

Windows और Linux में अंतर क्या है? Difference Between Windows and Linux Operating System

  • Windows Operating System की Speed अच्छी है लेकिन समय के साथ और upgrade होने के साथ इसकी Speed में कमी आ रही है. वही Linux किसी भी Operating System की तुलना में काफी तेजी से respond करता है.
  • Windows Operating System का License version खरीदने के लिए पैसा देना होता है जबकि Linux Operating System open source और free platform है.
  • Microsoft ने proprietary commercial Software के अंतर्गत Windows को रखा हुआ है, यानि Windows के source code तक user नहीं पहुंच सकता है. लेकिन वही Linux GPLV2 के अंतर्गत रखा हुआ है जिसके चलते user इसके source code तक जा सकता है.
  • Windows को install होने में काफी टाइम लगता है लेकिन यह easy to use होता है. जबकि Linux किसी भी कठिन Task को आसानी से कर लेता है मगर इसका उपयोग थोड़ा कठिन होता है.
  • Windows graphical user interface पर आधारित Operating System है जबकि Linux Command Line Interface और graphical user interface पर आधारित है.
  • Windows Operating System में Virus and Malware होने की संभावना अधिक रहती है. यहां तक कि यह Antivirus के system को भी बिगड़ सकता है. जबकि Linux Operating System में virus और Malware का खतरा कम होता है और यह अत्यधिक secure होता है.
  • Windows Operating System Gaming Sector में काफी अच्छा साबित हुआ है जबकि यहां Linux Operating System अभी भी working है.

Windows 11 Features 2022 – विंडोज 11 में कौन-कौन से फीचर्स हैं ?

Windows को Safe Mode में कैसे Start करें, जानिए पूरी Setting?

Pen Drive को Bootable कैसे बनाये?

Network किसे कहते हैं,Computer Network कितने तरह का होता है?

Smart TV क्या है ? कैसे काम करता है Smart LED TV

The post Linux VS Windows – Linux Operating System और Windows Operating System में क्या अंतर है? appeared first on .

]]>
https://www.hindiroot.com/linux-vs-windows-what-is-the-difference-between-linux-operating-system-and-windows-operating-system/feed/ 0
Windows 11 Features 2022 – विंडोज 11 में कौन-कौन से फीचर्स हैं ? https://www.hindiroot.com/windows-11-features-2022-what-are-the-features-in-windows-11/ https://www.hindiroot.com/windows-11-features-2022-what-are-the-features-in-windows-11/#respond Wed, 16 Feb 2022 11:24:43 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=15386 Windows 11 Features :- जब कभी बात computer की होती है तो सबसे पहले हम उसमें use होने वाले Operating System (ऑपरेटिंग सिस्टम) के बारे में बात करते हैं. वैसे तो market में कई Operating System से आए हैं लेकिन सबसे अधिक लोकप्रिय Operating System Windows (windows operating system) रहा है. Windows का सबसे लोकप्रिय ... Read more

The post Windows 11 Features 2022 – विंडोज 11 में कौन-कौन से फीचर्स हैं ? appeared first on .

]]>
Windows 11 Features :- जब कभी बात computer की होती है तो सबसे पहले हम उसमें use होने वाले Operating System (ऑपरेटिंग सिस्टम) के बारे में बात करते हैं. वैसे तो market में कई Operating System से आए हैं लेकिन सबसे अधिक लोकप्रिय Operating System Windows (windows operating system) रहा है. Windows का सबसे लोकप्रिय रहने के पीछे उसका easy to use होना सबसे बड़ी वजह है. अब तक बाजार में Windows के कई अपग्रेडेड version आए हैं जो कि लोगों को काफी पसंद भी आए हैं.

आज हम जिस Operating System के बारे में बात कर रहे हैं वह है Windows 11. अब तक हम Windows 10 को use कर रहे थे तो वहीं अब market में Windows 11 भी आ चुका है. Windows 11 में कई ऐसे feature है जो हमारे Computer या लैपटॉप (computer/laptop) को पूरी तरह से एक new look देते हैं और हमें कई नए बदलाव दिखाई देते हैं.

Windows 11 Latest Updates for Computers and Laptops

Microsoft के द्वारा अपने next generation Windows 11 के बारे में कुछ समय पहले ही घोषणा की गई थी, इसे launch कर दिया गया था. Microsoft ने Windows 11 को लेकर यह भी कहा था इसका latest update (Windows 11 Latest Updates) पहले पीसी और लैपटॉप पर (Windows 11 Latest Updates for Computers and Laptops) भेजा जाएगा उसके बाद बाकी के devices पर भी उपलब्ध होगा. Windows 11 में जो Features (windows 11 features) Microsoft के द्वारा पेश किए गए हैं वे users के Experience को और भी बेहतर बनाते हैं.

तो चलिए जानते हैं Windows 11 क्या है? What is Windows 11, Windows 11 में Features कौन-कौन से हैं? features in Windows 11, Windows 11 लिए मिनिमम हार्डवेयर रिक्वायरमेंट्स क्या है? Minimum Hardware Requirements for Windows 11,How To Download And Install Windows 11, Windows 11 को कैसे download करें? how to download windows 11 आदि.

क्या है Windows 11? what is windows 11

जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं Windows 1 तरह का Operating System (windows operating system) है, जिसका निर्माण विश्व की मशहूर technology company Microsoft के द्वारा किया जाता है. Windows के द्वारा next generation Operating System Windows 11 को launch किया गया है. Microsoft के द्वारा 6 साल के बाद इस नए Operating System को launch किया गया. Windows के अब तक के सभी versions की तरह Windows 11 भी लोगों को पसंद आ रहा है.

Windows 11 में क्या-क्या feature है? features in windows 11

Microsoft के द्वारा Windows के द्वारा हर version के Update (windows update) के दौरान Features में कई बदलाव किए जाते हैं. ठीक उसी तरह Windows 11 में भी Design, interface menu आदि में कई बदलाव किए गए है. जैसे Windows 11 में live title को हटा दिया गया है, इसके साथ ही हमें welcome screen पर Hi Cortana भी देखने को नहीं मिल रहा है.

वही Windows 11 में users को पहले से अब अधिक Speed (windows 11 speed) दी जा रही है जिसके कारण users Windows को पहले से ज्यादा smooth चला सकते हैं. इसके साथ ही Windows 11 में एक और खास feature यह add किया गया है कि Windows 11 अब Android Operating System पर चलने वाले Apps (android apps in windows 11) को भी Support करता है.

Windows के इस नए Operating System में पहले की बजाए स्टार्ट मीनू (start menu) को Change कर दिया गया है. इसमें Recommended section को add किया गया है जबकि यहां से tiles को हटा दिया गया है. Operating System में replacement को भी Change किया गया है लेकिन आप अपने use के अनुसार इसे जमा सकते हैं.

Windows 11 में connectivity (windows 11 connectivity) पर बहुत अधिक ध्यान दिया गया है, जिसके चलते अब users अपने mobile के पूरे काम को Computer के द्वारा भी सीधे complete कर सकेंगे. साथ ही connectivity के मामले में भी पहले से अधिक बेहतरी देखने को मिल रही है.

Windows 11 में एक snap group feature को जोड़ा गया है. जहां Windows users को Apps का collection देखने को मिलता है. इस collection को सीधा taskbar से Access किया जा सकता है. Task Teaching में यह feature काफी अहम है.

windows 11 support android apps

Windows 11 android Apps (windows 11 support android apps) को Support करता है. यह Picture आज के technology के अनुसार काफी अधिक कामगर साबित हो रहा है. क्योंकि इस Update के बाद users android के उन सभी Apps को अपने Computer में download कर सकते हैं जो उन्हें mobile पर देखना पसंद है. इसके अलावा amazon store भी Windows 11 में देखने को मिल रहा है. हालांकि यहां सीमित Apps ही users को मिल रहे हैं.

Windows 11 में आप 4K TV को भी वायरलेस connect (wireless connectivity) कर सकते हैं. इसके साथ ही steam करने वाले Media को भी Windows 11 में आसानी से देखा जा सकता है. Operating System में एक Computer को अब दूसरे Computer से connect करना भी बहुत आसान हो गया है. साथी Microsoft edge browser को भी बदला गया है.

widgets feature in windows 11

Windows 11 में एक बार फिर से Widgets (widgets feature in windows 11) का feature add किया गया है. इन Widgets को हम अपने अनुसार Personalize भी कर सकते हैं. Microsoft ने इसके लिए artifical Intelligence का उपयोग किया है. हमें इसमें कई नए Widgets दिए गए हैं.

low load time in windows 11

Microsoft ने Windows 11 को gaming के लिए लिहाज से भी काफी अच्छे तरीके से Design किया है. Operating System में game उसको Best Experience देने के लिए यहां auto hdr का feature add किया गया है. इसके साथ ही Windows में Load time कम (low load time in windows 11) है इसलिए ये तेजी से Load होते हैं.

Windows 11 में Touch की Photo दिया गया है, इसका निर्माण typing को आसान बनाने के लिए किया गया है. android की तरह Windows 11 में भी voice typing का feature (voice typing feature) दिया गया है. feature की सहायता से हम typing भी कर सकते हैं. इसके साथ ही voice की पहचान के लिए voice Recognition दिया गया. इसमें auto correction का Option भी है.

Operating System Windows 11 में सभी icon के बीच बहुत space दी गई है ताकि हर जगह पर सही से टाइप किया जा सके. इसके अलावा on screen keyboard redesign और Customize भी किया जा सकता है. Windows 11 में pen से इसके Features को operate किया जा सकता है.

Windows 11 के लिए मिनिमम हार्डवेयर रिक्वायरमेंट क्या है? minimum hardware requirment for windows 11

आपके Computer में Windows 11 को edit करने के लिए कम से कम सिस्टम में 4GB RAM होना चाहिए, इसके साथ ही 64GB का storage होने के साथ 64bit x86 या ARM processor जरूरी होता है. या इसलिए क्योंकि Windows 11 को Windows 10 से Update किया गया है इस कारण इसकी क्षमता भी बढ़ गई है.

Windows 11 Download और Install कैसे करें?

Windows को Safe Mode में कैसे Start करें, जानिए पूरी Setting?

Windows से Junk Files Delete कैसे करें ?

Pen Drive को Bootable कैसे बनाये?

The post Windows 11 Features 2022 – विंडोज 11 में कौन-कौन से फीचर्स हैं ? appeared first on .

]]>
https://www.hindiroot.com/windows-11-features-2022-what-are-the-features-in-windows-11/feed/ 0
Programming Language कैसे सीखें ? कैसे करें प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का चयन ? https://www.hindiroot.com/how-to-learn-programming-language-how-to-choose-programming-language/ https://www.hindiroot.com/how-to-learn-programming-language-how-to-choose-programming-language/#respond Tue, 15 Feb 2022 15:15:12 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=15380 Programming Language :- आज के समय में Technology बढती जा रही हैं और साथ ही Softwares का Use भी पहले से काफी अधिक होने लगा है. Softwares के इस बढ़ते समय में Programming (Computer Programming) का Craze भी लोगों में बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है. (Computer Programming Kaise Sikhe) आज देखा जा रहा ... Read more

The post Programming Language कैसे सीखें ? कैसे करें प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का चयन ? appeared first on .

]]>
Programming Language :- आज के समय में Technology बढती जा रही हैं और साथ ही Softwares का Use भी पहले से काफी अधिक होने लगा है. Softwares के इस बढ़ते समय में Programming (Computer Programming) का Craze भी लोगों में बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है. (Computer Programming Kaise Sikhe) आज देखा जा रहा है Programming किसी भी Student के लिए Career का एक अच्छा Option साबित हो सकता है. Programming काफी मजेदार होता है और यह आगे बढ़ने में काफी मदद भी करता है.

Programming के माध्यम से ना केवल अपना Career बना सकते हैं बल्कि इसके साथ ही खुद को काफी Knowledge भी दे सकते हैं. यदि आप भी Programming करना चाहते हैं और इसी दिशा में अपना Career (Career In Programming Language) भी बनाना चाहते हैं तो आज हम आपको इस बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं. आज के इस आर्टिकल में Programming क्या है?
What Is Programming से लेकर Programming में क्या होता है? What Happens In Programming, Programming में क्या पढ़ना है? What To Study In Programming आदि के बारे में बात करने वाले हैं. तो चलिए करते हैं Programming के बारे में जानने की शुरुआत.

Programming Language कैसे और कहाँ से सीखें? How To Learn About Programming Language

सबसे पहले तो यदि आप किसी Programming के बारे में सीखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको किसी School में जाना चाहिए. क्योंकि यह देखने को मिलता है कि जब किसी company के द्वारा किसी programmer को job देना होती है तो वे आपकी डिग्री को भी देखते हैं. company programmer के नंबर्स के बजाय उसकी स्किल्स पर अधिक ध्यान देती है. और यदि आप अकेले पढने की बजाय किसी School से जुड़ते हैं तो ना केवल आपको अच्छा Knowledge मिलता है बल्कि साथ ही डिग्री भी मिलती है जो आपके काफी काम आ सकती है.

Programming में जब किसी स्टूडेंट के द्वारा अपनी degree पूरी की जाती है तो इसके लिए कई बार Scholarship से लेकर और भी कई तरह की छूट भी दी जाती है. ऐसे में आपके खर्च को भी एक अच्छा खासा Support मिल सकता है.

आप किसी भी Programming Langugae को सीखने के लिए Online University का सहारा भी ले सकते हैं. आज कई ऐसी Universities हैं जो Online अपने students को Programming सीखा रहे हैं और काफी अच्छी जानकारी भी दे रहे हैं. यहाँ से आप अपने Programming Language के ज्ञान को एक नई दिशा दे सकते हैं.

किसी School और Online University के साथ ही Online Tutorial का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. आज हमारे सामने कई ऐसे programmers हैं जिनके द्वारा Programming Language के लिए खुद की Website का निर्माण किया गया है और वे यहाँ से Programming के बारे में काफी Knowledge देते हैं. चाहे आप किसी भी Programming Language के बारे में सीखना चाहते हों आपको Online tutorial मिल जाएंगे.

tutorial के अलावा आप चाहे तो Online Classes भी ले सकते हैं. market में समय के साथ कई ऐसी Free Online Classes हैं जो coding करना सिखाते हैं. कई ऐसी classes है जो Video के माध्यम से Programming Language (Programming Language By Videos) के बारे में जानकारी देती हैं. यहाँ से आप फ्री में भी coding के बारे में Knowledge ले सकते हैं.

ऊपर बताए गए सभी Option में आप कुछ भी चुन सकते हैं. लेकिन इसके साथ ही जो सबसे महत्वूर्ण जरिया है वह है किताब. हो सके तो आप Programming Language के बारे में जानने के लिए किसी अच्छी किताब (Programming Language Books) का भी सहारा ले सकते हैं. आप जिस भी Language के बारे में पढना या सीखना चाहते हैं उसकी किताब लेकर उसके बारे में पढ़ सकते हैं Knowledge इकट्ठा कर सकते हैं.

कौनसी Programming Language सीखें? Which Programming Language To Learn

इस बारे में यही कहा जा सकता है कि आपको जिस Language के बारे में जानने की उत्सुकता हो या आपको अच्छा scope नजर आ रहा हो आप उसके बारे में पढना शुरू कर सकते हैं. जैसे मान लीजिए कि आप C Language के बारे में पढना चाहते हैं तो आप इसके साथ ही अपनी Studies की शुरुआत कर सकते हैं.

इसके साथ ही जब आप इस Language से जुड़ी सभी जानकारी इकट्ठा कर लेते हैं और इसमें अच्छी तरह से Programming करना शुरू कर देते हैं तो आप इसके बाद किसी दूसरी नई Language के बारे में भी पढना और सीखना शुरू कर सकते हैं. यदि आप किसी ऐसी Language को पढना शुरू करते हैं जिसे मिलती जुलती Language को आप पहले पढ़ चुके हैं तो यह आपके उस Language के Knowledge को बढाता है.

लेकिन यदि आप किसी ऐसी का चुनाव करते हैं जो आपके द्वारा पहले सीखी का चुकी Language से भिन्न है तो यह आपको किसी दूसरी Programming Language के बारे में काफी जानकारी दे सकती हैं और सीखा सकती है. जैसे मान लीजिए अपने अपनी Programming Language सीखने की शुरुआत C से की है तो इसके बाद आप Python Language भी सीख सकते हैं.

Programming Language का चयन – Selection Of Programming Language

Programming Language के बारे में यह बात तो हम समझ ही चुके हैं कि हमें इसकी Studies को कैसे करना है और कहाँ-कहाँ से हम Programming Language पढ़ सकते हैं. यहाँ तक कि हम (How to Learn Programming Language for Free) Free में Programming Language सीखने के बारे में भी अब तक सबकुछ जान चुके हैं. तो चलिए अब बात करते हैं Programming Language के चयन के बारे में.

Programming Language के चयन से पहले हम बात करते हैं Programming Language के बारे में कि यह होता क्या है. दरअसल Programming Language ऐसे जरुरी निर्देश (Computer Instructions) होते हैं जो Computer पर binary code के नाम से जाने जाते हैं. इन निर्देशों को ही Computer follow करता है और इसपर respond करता है.

Computer के इन निर्देशों को कई अलग Languages में लिखा जा सकता है. अलग-अलग Language में इन निदेशों और Text को लिखने का तरीका बहुत ही अलग होता है और इनसे काफी अलग program लिखे जाते हैं. इसलिए आपको केवल उसी Language का चयन करना है जिसमें आप Programming करना चाहते हैं. इसके लिए आपको पहले किसी एक Language का चयन करना है और यदि यह Language आपको सही नहीं लगती है तो आप इसे बदल भी सकते हैं. चलिए बताते हैं आपको इन Languages के बारे में.

C और C++ Language कैसे सीखे? How to learn C and C++ language

आमतौर पर इस तरह की Language का उपयोग Stand Alone Computer Application (Computer Application) के लिए किया जाता है. यदि आपकी Language सीखने की शुरुआत है तो यह आपके लिए कुछ हद तक कठिन जरुर हो सकता है लेकिन एक बार यह समझ आने के बाद आपके लिए Easy हो जाता है. C और C++ Language के बारे में जब आप सीखना शुरू करते हैं तो आपको Programming के बारे में जानकारी मिलना शुरू हो जाता है और आप इनके concept समझना शुरू कर देते हैं.

C और C++ Language का इस्तेमाल बड़े तौर पर किया जाता है. यह कई मायनों में Java की तरह ही काम करती है और इसका आमतौर पर इस्तेमाल gaming के लिए किया जाता है. बढ़ते हुए समय के साथ C और C++ Language काफी आम Language बनती जा रही है.

Java और Javascript कैसे सीखे? How to learn Java and Javascript language

C और C++ Language के बाद यदि आप किसी तरफ के mobile apps बनाने की दिशा में काम करना चाहते हैं तो आप Java का चयन कर सकते हैं. जबकि यदि आप web plugins बनाने के बारे में विचार कर रहे हैं तो आप Javascript पढ़ सकते हैं. आपको इनके बारे में पढने से पहले इस बात की Research कर लेना चाहिए कि market में किस चीज की demand अधिक है. क्योंकि Java और Javascript का अपना अलग काम है दोनों ही एक तरह से एकदूजे से अलग हैं.

Python क्या है? what is python

इस Language का इस्तेमाल कई Different कामों के लिए किया जाता है. चाहे इस Language से कई काम होते हैं लेकिन इसके बावजूद भी यह सीखने में काफी आसान Language है. यदि आप Programming Language के starting level पर हैं तो भी आप python को आसानी से सीख सकते हैं और program बना सकते हैं.

PHP क्या है? what is PHP

इसके बारे में कुछ भी जानकरी देने से पहले हम PHP के फुल फॉर्म के बारे में जान लेते हैं. (PHP full form in Hindi) PHP यानि हाइपर टेक्स्ट प्रोसेस (Hypertext Processor). यह एक तरह की Web Programming Language है जोकि server side Programming के लिए काफी सरल मानी जाती है. सरल होने के कारण यह Language सीखना भी बेहद ही आसान है.

ये कुछ ऐसी Programming Languages हैं जिनका प्रचलन काफी अधिक होता है. लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसी Programming Languages हैं जिनके बारे में आप पढ़ सकते हैं और अपने इस Programming (Learn Programming Language) सीखने के सपने को साकार कर सकते हैं.

 

Media.net क्या है,Media.net से पैसे कैसे कमाए?

Whatsapp Me Language Kaise Change Kare?

Google News में अपनी Website कैसे Add करे?

How To Download Winzo Game, Winzo Game से पैसे कैसे कमाएं?

The post Programming Language कैसे सीखें ? कैसे करें प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का चयन ? appeared first on .

]]>
https://www.hindiroot.com/how-to-learn-programming-language-how-to-choose-programming-language/feed/ 0
Processor पर लिखे Words and Numbers का क्या मतलब होता है? जानें विस्तार से https://www.hindiroot.com/meaning-of-words-and-numbers-on-processor/ https://www.hindiroot.com/meaning-of-words-and-numbers-on-processor/#respond Mon, 14 Feb 2022 14:10:32 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=15410 जब भी हम कभी कोई Computer या Laptop या Mobile खरीदते हैं तो इन Devices (Elctronic Devices) इसके साथ हमें इनमें लगा हुआ एक Processर (Processor) भी मिलता है. यह Processor हमारे Computer या Laptop को Operate करने में हमारी मदद करता है. Computer की भाषा में इस Electric Chip को Processor (Processor) कहा जाता ... Read more

The post Processor पर लिखे Words and Numbers का क्या मतलब होता है? जानें विस्तार से appeared first on .

]]>
जब भी हम कभी कोई Computer या Laptop या Mobile खरीदते हैं तो इन Devices (Elctronic Devices) इसके साथ हमें इनमें लगा हुआ एक Processर (Processor) भी मिलता है. यह Processor हमारे Computer या Laptop को Operate करने में हमारी मदद करता है. Computer की भाषा में इस Electric Chip को Processor (Processor) कहा जाता है.

अगर हम Computer की बात करें तो Processor एक Chip (Electronic Chip) की तरह दिखाई देता है जिसे CPU कहा जाता है. CPU का काम होता है कि हम Computer पर जो भी Command दें उसे Follow करे. Market में हमें हमारे उपयोग के अनुसार कई अलग-अलग तरह के Processor देखने को मिल जाते हैं. हम उसे अपनी आवश्यकता के अनुसार खरीद सकते हैं और हमारे Computer के Laptop में Install कर सकते हैं.

आसान शब्दों में यदि इसे समझें तो वह Machine जो Computer में Process (Process In Computer) का काम करती है उसे Processor कहा जाता है. CPU जो होता है वह Electronic Circuit(Electronic Circuits) से बना हुआ एक Set होता है जो काफी जटिल होता है और यह प्रोग्राम Information (Information Execute) को Execute करने का काम करता है.

आज के इस आर्टिकल में हम Processor और Processor के नाम के पीछे जो Number होते हैं उनके बारे में बात करने जा रहे हैं. Processor के पीछे अंकित नंबरों के बारे में जानकारी देने से पहले हमें यह जान लेना चाहिए Processor क्या होता है? What Is Processor, Processor काम कैसे करता है? How Processor Works)चलिए जानते है विस्तार से.+

Processor क्या है? What Is Processor

Microprocessor किसे कहते है? What Is A Microprocessor, किसी भी Computer, Laptop या अन्य Electronic Device में लगी हुई एक छोटी सी Chip Processor या Micro-Processor कहलाती है. Processor को आप इन Device का दिमाग भी कह सकते हैं. Processor के दो बेसिक काम होते हैं. पहला है User से Input (Input) लेना और दूसरा उसके अनुसार हमें Output (Output) प्रदान करना.

देखने और सुनने में Processor का यह काम का भी आसान लगता है लेकिन यह कई जटिल संरचनाओं से मिलकर बना हुआ होता है. आजकल हमारे सामने Computer के लिए ऐसे Processor आ गए हैं जो चंद सेकंड में बहुत बड़े काम भी कर देते हैं. यदि Calculation की बात की जाए तो Modern Computer Processor कुछ सेकंड में ही काफी बड़े Calculation को भी आसानी से कर लेते हैं.

CPU किसे कहते है? What Is A CPU

Computer और Laptop के Processor को हम CPU कहते हैं. CPU का फुल फॉर्म होता है सेंट्रल प्रोसेसिंग Unit (CPU Full Form Central Processing Unit). इसका काम सभी (Input Instruction को Handle करना होता है इनके अनुसार हमें Output प्रदान करना होता है.

Processor के Component कौन-कौन से हैं? Component Of Any Processor

आमतौर पर किसी भी Processor के दो Component होते हैं जिनकी सहायता से ही Processor कोई भी काम करता है. इनमें पहला है Control Unit और दूसरा होता है Arithmetic And Logical Unit. चलिए समझते हैं इनके बारे में:
Control Unit सभी तरह के निर्देशों का पालन करता है और साथ ही यह भी बताता है इन निर्देशों का पालन किस तरह किया जाता है. Control Unit 2 तरह का होता है. पहला Hardware Control Unit और दूसरा Micro Programmable Control Unit.

Arithmetic And Logical Unit इस Unit के अंतर्गत सभी तरह के Arithmetic और Logical Computation पर काम किया जाता है. इसके अंतर्गत Addition, Subtraction आदि तरह के Input पर काम करके हमें Output दिया जाता है.

Processor कैसे काम करता है? How Processor Works?

जैसा कि हमने आपको बताया कि किसी भी Processor को हम कुछ Import देते हैं और वह उस पर Process करने के बाद हमें अवसर प्रदान करता है. लेकिन इतना भी आसान नहीं होता है. दरअसल Processor को किसी भी Computer का Brain कहा जाता है. वह इसलिए क्योंकि जब हम Computer को कोई Input देते हैं तो सबसे पहले वह Processor के पास जाता है. इसके बाद Processor अपने अनुसार Electronic Circuit की मदद से उस Information को Process करने का काम करता है. Data Processing Complete होने के बाद हमें उस काम का Output दे दिया जाता है.

Processor और Core Processor? What Is Processor And Z Processor ?

सबसे पहले Processor की बात करें तो (Worlds First Processor) Intel Company के द्वारा साल 1971 में पहला 4 बिट Processor 4004 बनाया गया था. इस Processor में 2300 Transistor लगाए गए थे. दोस्तों, जब हम Processor की बात करते हैं तब कहीं ना कहीं हमारे सामने Core शब्द आ ही जाता है. चलिए आपको बताते हैं Processor में Core क्या होता है? जो Processor का Core होता है वह हमें उस Processor की क्षमता के बारे में जानकारी देता है. इसकी सहायता से ही हमें यह पता चलता है कि Processor की कितनी Capacity है. जैसे यदि हमारा Processor Single Core होता है तो वह बहुत Heavy Work नहीं कर पाता है. लेकिन यदि वहीं हमारा Processor 2,4, या 6 Core वाला होता है तो यह बड़े काम भी काफी आसानी से कर देता है.

Core Processor क्या है? What Is Core Processor

Core Processor कई तरह का होता है जैसे :
ड्यूल कोर प्रोसेसर (Dual Core Processor)
क्वाड कोर प्रोसेसर (Quad Core Processor)
हेक्सा कोर प्रोसेसर (Hexa Core Processor)
ऑक्टा कोर प्रोसेसर (Octa Core Processor)
डेका कोर प्रोसेसर (Deca Core Processor)

जानकारी में आपको यह भी बता दें कि Computer Microprocessor दो कंपनी के द्वारा बनाए जाते हैं. इनमें से पहली है Intel (Intel) और दूसरी है ए एम डी (AMD- Advance Micro Devices)

Processor पर लिखे शब्दों और Number का क्या मतलब होता है? Meaning Of Words And Numbers On Processor?

हम उदाहरण के लिए Intel के किसी Processor के बारे में बात कर रहे हैं. जैसे मान लीजिए कि किसी Intel के Processor पर Intel Core I7 10400 Y लिखा हुआ है. इसमें हमें पहली बात तो यह समझ में आती है यह Intel का Processor है जिसका सबसे पहले Brand Name लिखा हुआ होता है. इसके बाद बारी आती है दूसरे शब्द की जो कि I7 है. यह Brain Modifier को दर्शाता है. आप देखेंगे कि इसके बाद इसमें लिखा हुआ है 10, हमें इसकी 10th Generation के बारे में बताता है. यदि हां 10 की जगह 9 लिखा हुआ हो इसका मतलब है कि यहां 9th Generation के बारे में बता रहा है एक बात का ध्यान रखे जो Number है Voice के प्रदर्शन को दर्शाता है. जिसे यहां 400 का मतलब उसके प्रदर्शन को बेहतर बताता है. यदि इसकी जगह यहां 310 लिखा हुआ हो यानी कि यह 400 से कुछ कम होता है.

BEST File Locker Software for PC :- Computer में Folder & File को Lock कैसे करें?

Computer Hard Disk को External Hard Disk कैसे बनाएं ?

Network किसे कहते हैं,Computer Network कितने तरह का होता है?

computer ka new password ke liye nahi hogi old password ki jarurat

Phone aur Computer Me Dark Mode Activate Kaise Kare?

The post Processor पर लिखे Words and Numbers का क्या मतलब होता है? जानें विस्तार से appeared first on .

]]>
https://www.hindiroot.com/meaning-of-words-and-numbers-on-processor/feed/ 0
Normal Laptop VS Gaming Laptop – नॉर्मल लैपटॉप और गेमिंग लैपटॉप में क्या अंतर है, कौन सा लैपटॉप है बेहतर? https://www.hindiroot.com/difference-between-a-normal-laptop-and-a-gaming-laptop/ https://www.hindiroot.com/difference-between-a-normal-laptop-and-a-gaming-laptop/#respond Mon, 14 Feb 2022 12:45:19 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=15394 Normal Laptop VS Gaming Laptop :- हम लोग जैसे-जैसे Technology की तरफ बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे ही हमारी जरूरतें भी नया रूप ले रही हैं. बात चाहे Computer की हो क्यों ना हो ? आज हम सभी Computer को छोड़ Laptop (Computer And Laptop) की तरफ बढ़ रहे हैं. आज Laptop हर किसी की पहली ... Read more

The post Normal Laptop VS Gaming Laptop – नॉर्मल लैपटॉप और गेमिंग लैपटॉप में क्या अंतर है, कौन सा लैपटॉप है बेहतर? appeared first on .

]]>
Normal Laptop VS Gaming Laptop :- हम लोग जैसे-जैसे Technology की तरफ बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे ही हमारी जरूरतें भी नया रूप ले रही हैं. बात चाहे Computer की हो क्यों ना हो ? आज हम सभी Computer को छोड़ Laptop (Computer And Laptop) की तरफ बढ़ रहे हैं. आज Laptop हर किसी की पहली जरूरत बन गया है. अब बात चाहे Office के काम की हो या फिर किसी Game खेलने की, हर काम के लिए Laptop सबसे जरुरी वस्तु बन गया है.

आज यह देखने को मिल रहा है कि सभी लोग गेमिंग (Gaming) की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. चाहे वह किसी भी उम्र का व्यक्ति हो वह Gaming करने लगा है. अधिकतर लोगों के साथ यह है कि वे Gaming के लिए Laptop को ही Prefer करते हैं. लेकिन जब हम इस बारे में बात करते हैं तो हमारे सामने एक अहम सवाल आ ही जाता है कि Gaming के लिए Normal Laptop बेहतर है या फिर Gaming Laptop? Normal Laptop VS Gaming Laptop

यदि आप भी Gaming पसंद करते हैं तो अपने भी इस बारे में जरुर सोचा ही होगा. तो चलिए हम आपको इस सवाल का जवाब दे देते हैं. यही नहीं इसके साथ ही हम आपको इन दोनों Laptop के बारे में भी जरुरी जानकारी इस आर्टिकल में देंगे. तो चलिए जानते हैं इस बारे में. Laptop Buying Guide in Hindi

कौन सा Laptop Gaming के लिए अच्छा है ? Which Laptop Is Good For Gaming?

जैसा कि हम सभी यह बात तो जानते ही हैं कि Gaming को ध्यान में रखते हुए ही Gaming Laptop बनाया गया है. जबकि Normal Laptop जो होते हैं उनका निर्माण Gaming के साथ ही हर तरह के काम के लिए किया जाता है. तो यही हम Game की नजर से Laptop को देखते हैं तो हमारे लिए Gaming Laptop लेना अधिक अच्छा होता है.

किस Laptop की demand है अधिक? Which Laptop Is In Demand?

जैसे-जैसे हम लोग technology और Games की तरफ बढ़ रहे हैं वैसे ही Gaming Laptop की demand भी market में बढती दिखाई दे रही है. कम्पनियां भी अब इन Laptop की demand बढ़ते देख कई तरह के Gaming Laptop बना रही हैं. यदि demand को देखें तो Games को पसंद करने वाले लोगों में Gaming Laptop की demand (Gaming Laptop Demand) और चाहत बढ़ रही है

वहीं यदि Normal Laptop (Normal Laptop Demand) की demand करें तो जिस लोगों को अपने Office का काम होता है या फिर students या फिर किसी अन्य ज़ोन में काम करने वाले लोगों के बीच Normal Laptop की demand काफी अधिक रहती है. इनमें ऐसे Features मौजूद होते हैं जो आपके काम को बेहतर बनाते हैं नाकि आपकी Gaming को.

Normal Laptop और Gaming Laptop के Features क्या है? Features Of Normal And Gaming Laptop?

इन दोनों ही तरह के Laptop को अलग-अलग कामों के लिए बनाया जाता है इस कारण दोनों के Features में भी कई Changes देखने को मिलते हैं. जैसे Normal Laptop के feature देखें तो इसमें हमें अच्छा display मिलता है. वहीं इसके साथ अच्छा Processor और लम्बी चलने वाली Battery (Processor And Battery) भी मिलती है. Normal Laptop में हमें ग्राफ़िक्स कार्ड (Graphics Card) अपने Use के अनुसार मिलता है.

जबकि वहीं Gaming Laptop की बात करें तो हमें Normal Laptop के सभी Features (Laptop Features) तो देखने को मिलते ही हैं. साथ ही कुछ और Features भी यहाँ मौजूद होते हैं. जैसे हमें Gaming Laptop में अच्छी build quality (Build Quality In Gaming Laptop) मिलती है और इसके साथ अच्छे colors का इस्तेमाल भी किया जाता है. इसके अलावा हमें Gaming Laptop में बढ़िया performance, RGB keyboard भी मिलता है.

Gaming Laptop के feature यहीं खत्म नहीं होते हैं. दरसल इस तरह के Laptop में हमें coolant (Coolent In Laptop) भी दिया जाता है, ताकि यदि Gaming के कारण Laptop अधिक गर्म हो जाता है तो यह उसे ठंडा रखने का काम करे. इसके अलावा हमें Gaming Laptop में बेहतर graphic card भी मिलता है जिससे Gaming को खेलने के Experience (Game Experience) काफी बढ़ जाता है.

Normal Laptop में जहां हमें एक Normal display मिलती है तो वहीं Gaming Laptop में Fast Refresh Rate Display दिया जाता है जो Gaming के अनुसार ही काम करता है और वैसे ही display हमारे सामने आता है.

Normal Laptop और Gaming Laptop का क्या Use होता है? Uses Of Normal Laptop And Gaming Laptop?

Normal Laptop के बारे में बात करें तो इस तरह के Laptop का उसे हमारे हर काम के लिए करते ही हैं. चाहे हम education की बात कर रहे हो या फिर हमारे किसी Office के काम की, Normal Laptop के द्वारा हम यह सभी काम कर सकते हैं. Normal Laptop से ही हम Gaming का भी मजा ले सकते हैं मगर यहाँ कुछ Features हमें कम पड़ सकते हैं.

वहीं अगर बात Gaming Laptop के Use की हो तो बेहतर Gaming Experience के लिए Gaming Laptop का ही उपयोग किया जाता है. हम अपने इस Laptop पर video editing से लेकर coding, Office work online work आदि कर ही सकते हैं. साथ ही Gaming के Time पर हमें high productive काम करने में भी इस तरह के Laptop में आसानी होती है.

Laptop में Game install कैसे करे? How To Install Game In Laptop?

लोगों के मन में अक्सर यह सवाल आ ही जाता है कि Laptop में Game install कैसे होता है? वैसे तो यदि आप Laptop का Use काफी Time से कर रहे हैं तो आपको यह बात पता ही होती है लेकिन यदि आप इसका कम इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके लिए नया हो सकता है. चलिए हम बताते हैं आपको इस बारे में.

दोस्तों यदि आप एक Gaming Laptop का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको उसमे Game install करने के लिए पहले गूगल के माध्यम से उस Game को अपने Laptop में Download कर लें. इसके बाद इस Game के Set-up से Game को अपने Laptop में install कर लें और इसका मजा लें.

आप चाहे तो उस Game को किसी दूसरे Laptop से copy भी कर सकते हैं और अपने Laptop में खेल सकते हैं. यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे आपके काफी Data की बचत होती है.

Normal और Gaming Laptop के फायदे और नुकसान: Advantages And Disadvantages Of Normal And Gaming Laptop

दोस्तों इन दोनों Laptop से जुड़े कुछ फायदे हैं तो वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं. जैसे यदि हम Normal काम करना चाहते हैं तो इसके लिए हमें Normal Laptop का ही इस्तेमाल करना बेहतर है नाकि Gaming का. ठीक उसी तरह यदि हम Gaming करना चाहते हैं तो हमें इसके लिए Normal Laptop की बजाय Gaming Laptop का चयन करना होगा.

Normal Laptop और Gaming Laptop की प्राइज – Price of Normal Laptop and Gaming Laptop in India

एक और ध्यान रखने वाली बात यह है कि अपने performance और अन्य Features के कारण Gaming Laptop की कीमत Normal Laptop से अधिक होती है.

Normal computer और Gaming computer में क्या अंतर है?

laptop se delete kare ye Data, Experts tips for Laptop in hindi

without formatting Computer-Laptop की Speed कैसे Badhaye?

Second Hand Laptop खरीदने से पहले ध्यान रखें ये बातें

Best Laptop Under 25 Thousand :- सस्ता और अच्छा लैपटॉप कीमत 25 हजार से कम

The post Normal Laptop VS Gaming Laptop – नॉर्मल लैपटॉप और गेमिंग लैपटॉप में क्या अंतर है, कौन सा लैपटॉप है बेहतर? appeared first on .

]]>
https://www.hindiroot.com/difference-between-a-normal-laptop-and-a-gaming-laptop/feed/ 0
Windows को Safe Mode में कैसे Start करें, जानिए पूरी Setting? https://www.hindiroot.com/start-your-pc-in-safe-mode-in-windows/ https://www.hindiroot.com/start-your-pc-in-safe-mode-in-windows/#respond Fri, 17 Dec 2021 11:10:30 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=15143 How to Start Windows in Safe Mode 2022 in Hindi

The post Windows को Safe Mode में कैसे Start करें, जानिए पूरी Setting? appeared first on .

]]>
कई बार Computer में Spyware or Malware को हटाने के लिए Windows के Safe Mode को Start करना होता है. हालांकि जो लोग Technical Field से हैं वो इस बारे में जानते हैं लेकिन जो लोग Technical Field से नहीं हैं उन्हें ये जरूर जानना चाहिए कि आप अपने Computer में Safe Mode कैसे Start कर सकते हैं. (Windows ko Safe Mode Me Boot Kaise Kare) तो चलिये जानते हैं कि आप अलग-अलग Windows के Version में कैसे Safe Mode को Start कर सकते हैं (Computer me Safe Mode kaise Start kare) और अपने Computer से Malware आदि को हटा सकते हैं. Computer Se Malware Kaise Hataye?

Windows 8 में Safe Mode कैसे शुरू करें? How to start Safe Mode in Windows 8

अधिकतर लोग windows 8 का इस्तेमाल करते हैं. अगर आप भी windows 8 Operating System का उपयोग करते हैं तो आप भी Safe Mode में जा सकते हैं. लेकिन ये तभी काम करेगा जब आपका Computer Windows को सामान्य रूप से Access करने के योग्य होगा.

  • Safe Mode में जाने के लिए सबसे पहले Keyboard पर Windows+R Button Press करें.
  • इससे Run Name का Option खुल जाएगा.
  • Run के अंदर MSCONFI को Type करें और OK पर Click करें.
  • इसके बाद एक New Window Pop Up होगी.
  • इसमें Boot Option पर Click करें. ये आपको ऊपर की तरफ दिखाई देगा.
  •  इसके अंदर Safe Boot पर Chek करें और उसके अंदर Minimal को चुनें.
  • Apply पर Click करें और फिर आपका Computer Restart होने लगेगा.
  • Restart होने के बाद आपका Computer Safe Mode में Boot होगा.
  • इस तरह आपका Computer अब जब भी Start होगा वो Safe Mode में ही Boot होगा.
  • अगर आप इसे हटाना चाहते हैं तो आपको फिर से वही Process करना है और Safe Boot को Unchecked कर दें.

Windows XP, Vista 7 में Safe Mode कैसे शुरू करें? How to Start Safe Mode in Windows XP, Vista 7

Windows XP और Vista 7 थोड़े Old version है और इसमें Safe Mode पर जाने का Process थोड़ा अलग है.

  • सबसे पहले अपने Computer को Restart करें या फिर Shut Down करके On करें.
  • Computer में On का Button दबाने के साथ ही Keyboard पर F8 Button Press करते रहें. इसे आपको बार-बार दबाना है.
  • अगर आपको Windows का Logo दिखाई देने लगता है इसका मतलब आपने बहुत जल्दी F8 Button दबाना शुरू कर दिया था. उसे फिर से Restart करके वही Process दोहराए.
  • इस Process में अपने आप Black Screen आएगी और उसमें आपको Safe Mode का Option नजर आयेगा.
  • इसमें 3 Option आते हैं. पहला Safe Mode है. ये Regular Safe Mode Windows को कम से कम Drivers और बिना Internet Connection के Open करगा और ये Virus से निपटने का अच्छा तरीका है.
  • दूसरा Option Safe Mode with Networking है जो आपके Windows को Network Connection Settings के साथ Safe Mode में खोलेगा. ये Mode आपके लिए तब काम का है जब आपको समस्या के निवारण के लिए Drivers Download करने के लिए Internet की जरूरत न हो.
  • तीसरा Mode Safe Mode with command prompt है जो आपको windows के सम्मुख एक DOS Command prompt पर लेकर जाएगा.
  • इन तीनों में से आपको जो भी चाहिए आप उस पर Click करके Safe Mode का Option चुन सकते हैं.

इस तरह आप अपने Computer में Safe Mode को On कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें कि आप ऊपर बताए गए पहले तरीके से आसानी से Safe Mode में Enter कर सकते हैं और उसे बंद भी कर सकते हैं. तो अगर आप Windows के किसी भी version पर हैं तो एक बार Run पर जाकर ये वाला Option जरूर चेक करें. अगर ये Option आपके Computer पर काम कर रहा है तो आप उसी का उपयोग करें. क्योंकि आप एक ही जगह से उसे शुरू भी कर सकते हैं और बंद भी कर सकते हैं.

Safe Mode क्या है, Computer में Safe Mode On कैसे करे?

Phone aur Computer Me Dark Mode Activate Kaise Kare?

Dark Mode Kya Hai Kaise Use Kare

How to Use AutoCAD – AutoCAD क्या है?

Keyboard Ke Bina Mouse se Typing Kaise Kare?

The post Windows को Safe Mode में कैसे Start करें, जानिए पूरी Setting? appeared first on .

]]>
https://www.hindiroot.com/start-your-pc-in-safe-mode-in-windows/feed/ 0
Income Tax History : भारत में कब से शुरू हुआ था Income Tax https://www.hindiroot.com/income-tax-history-since-when-was-income-tax-started-in-india/ https://www.hindiroot.com/income-tax-history-since-when-was-income-tax-started-in-india/#respond Thu, 16 Dec 2021 16:54:42 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=15148 History & Evolution of Income Tax Act in India

The post Income Tax History : भारत में कब से शुरू हुआ था Income Tax appeared first on .

]]>
Income Tax History :- हर साल January से March तक Income Tax भरने की चिंता रहती है. वहीं Budget में हर साल Income Tax में कोई न कोई बदलाव आ ही जाता है. ये सब देखकर ऐसा लगता है कि आखिर इस Income Tax की शुरुवात किसने की होगी? (Income Tax Ki Shuruaat Kisne Ki) Who started income Tax, Government ने क्यों Income Tax लगाना शुरू किया? अगर आपके मन में इस तरह के सवाल उठते हैं तो इस लेख में आप Income Tax की पूरी कहानी जान पाएंगे.

Income Tax कब से लगाया जा रहा है? Since when is Income Tax being levied

आपने यदि राजा-महाराजों से संबन्धित कोई Movie or Serial देखे हो या उनके बारे में पढ़ा हो तो आपने उनमें देखा होगा की राजा जनता पर कर लगाया करते थे. ये कर वो जनता से फसल और आभूषण आदि के रूप में वसूलते थे. उस समय राजकीय खर्चों और सैन्य खर्चों को चलाने के लिए राजा को जनता पर कर लगाना पड़ता था. भारत में कर लगाने की परंपरा काफी पुरानी है. लेकिन आधिकारिक रूप से इसकी शुरुवात होती है 18 फरवरी 1860 में British Raj के साथ होती है.

किसने शुरू किया income TAX – Who Started income Tax

British का आगमन साल 1600 की आसपास हुआ था जब वे UK Government से भारत में एकतरफा व्यापार करने की अनुमति लेकर आए थे. लेकिन धीरे-धीरे ये भारत पर राज करने लगे. उनकी इस नीति के खिलाफ भारत में विद्रोह हुआ और उनमें प्रमुख विद्रोह 1857 की क्रांति रही जिसमें British का भारी नुकसान हुआ.

उस समय इस नुकसान की भरपाई करने के लिए भारत की गवर्नर जनरल परिषद के वित्त सदस्य James Wilson ने Income Tax law को लागू किया. उस समय ये कर धनवानों, रजवाड़ो और भारत में रहने वाले British Citizens पर लगाया जाता था. इस TAX से British Army और उससे जुड़े अधिकारियों को छूट दी गई थी. उस समय 200 रुपये से अधिक की Annual incomeपर 23 प्रतिशत TAX लगाया जाता था. वहीं 500 रुपये से अधिक की Income पर 4 प्रतिशत TAX लगाया जाता था. जानकारी के मुताबिक पहले साल Income Tax से Government की 30 लाख रुपये Income हुई थी.

1857 की क्रांति का सबसे बड़ा असर – The Biggest impact of The Revolt of 1857

1857 में जो क्रांति भारत में हुई थी वो मुख्य तौर पर Corporate Governance के खिलाफ था. उस समय तक British Government भारत पर राज नहीं कर रही थी. इस विद्रोह के कारण Company का भारी नुकसान हुआ और नौबत यहाँ तक आ गई की Company को British Parliament से अपने खर्चों को चलाने के लिए कर्ज लेना पड़ा. इसके बाद British Crown ने भारत में सत्ता को संभाला और 1860 में James Wilson ने Government और सेना के खर्च को निकालने के लिए तीन तरह के TAX लगाए जिसमें income TAX, License TAX और Tobacco TAX था।

1865 में निरस्त हुआ था कानून – The Law Was Repealed in 1865

1860 में James Wilson ने इस कानून को लागू तो किया था लेकिन देश में रहने वाले ताकतवर लोगों को ये कानून पसंद नहीं आया और वे लगातार इसका विरोध करने लगे. विरोध के चलते साल 1865 में इसे निरस्त किया गया लेकिन फिर कुछ बदलाव के साथ फिर से साल 1867 में इसे पेश किया गया और फिर से लागू किया लेकिन इसमें TAX की दर को कम किया गया था.

1886 में आया व्यापक Income Tax कानून – Comprehensive Income Tax Act in 1886

साल 1886 में Lord Dufferin एक New income Tax Law लेकर आए जो एक Business income Tax Law था. वास्तविक तौर पर इसी का स्वरूप आज के Income Tax में दिखता है. इस साल Government ने 1.36 करोड़ रुपये राजस्व की वसूली की थी. इसके बाद से ही Income Tax की दरों को बढ़ाया जाने लगा. सबसे ज्यादा Growth First World War के समय साल 1916 और 1917 में हुई थी. जिसकी वजह से British Government ने 11 करोड़ रुपये की income Tax Recovery की थी.

व्यापक Income Tax कानून – Comprehensive income Tax Law

First World War के साथ ही भारत में आजादी के लिए संघर्ष शुरू हो चुका था लेकिन ये इतने बड़े लेवल पर नहीं था. भारत में Gandhi Ji के आगमन के साथ ही भारत में आजादी के अनूठे प्रयास होने लगे थे जिसमें असहयोग आंदोलन (Non-Cooperation Movement) प्रमुख था. साल 1922 में ही असहयोग आन्दोलन के समय पहली बार व्यापक आधार वाला Income Tax कानून बनाया गया. इसी समय से Income Tax Department के विकास की कहानी भी शुरू होती है. यही वो समय था जब Income Tax अधिकारियों को अलग-अलग नाम दिये गए.

इसके दौरान ही जब Second World War हुआ तो देश में कर चोरी बहने लगी जिसके परिणामस्वरूप 1943 में विशेष जांच शाखाएँ स्थापित की गईं. साल 1945 में पहली बार income tax officers की सीधी भर्ती (Direct Recruitment of Income Tax Officers) की गई. इसके लिए Accounts & Audit (लेखा और लेखापरीक्षा) रखी गई. बाद में इसे ही Indian Revenue Service (IRS) – भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) का नाम दिया गया.

भारत के आजाद होने के बाद साल 1963 में Income Tax के पास Wealth Tax, General Tax, Directorate of Enforcement जैसे काम थे. इनके लिए साल 1963 में ही Revenue Act Board Law आया था जिसके तहत CBDT (Central Board of Direct Taxes) का गठन किया गया था. साल 1970 तक Tax की बकाया राशि वसूल करने का अधिकार विभाग के State Officials के पास था. लेकिन 1972 में कर वसूली के लिए New Wing बनाई गई और Commissioner Appointed किए गए. इसके बाद से Income tax को लेकर समय-समय पर बदलाव होते आए हैं.

साल 2020 में जो Tax System है उसके अनुसार यदि आपकी कमाई 5 लाख से ज्यादा है तो आपको उस पर 5 प्रतिशत Income Tax देना होगा. अगर 5 से 10 लाख रुपये आपकी income है तो उस पर आपको 20 प्रतिशत Income Tax देना होगा. वहीं अगर आपकी Income 10 लाख से भी ज्यादा है तो आपको आपकी Income का 30 प्रतिशत हिस्सा Tax के रूप में देना होगा. ये सभी आंकड़े Annual income के लिए दिये हुए हैं क्योंकि Income Tax आपकी Annual income पर गिना जाता है.

अब आप जान गए होंगे कि Income Tax की शुरुवात भारत में कैसे हुई? वैसे कई लोग ये भी सोचते हैं कि Government उनके द्वारा कमाई गई Income पर Tax क्यों लगाती है. तो आप खुद ही सोचिए कि यहाँ आप रहकर पूरी सुरक्षा के साथ कमाई करते हैं. ऐसे में Government भी आपको Direct or indirect रूप से कई योगदान देती है. Government के भी कई सारे खर्च होते हैं जिन्हें वो आम जनता (General Public) पर करती है. इन खर्चों की भरपाई Government Tax के द्वारा ही करती है.

Google Adsense में Tax Information Form कैसे भरें?

GST क्या है, GST Form information, GST Registration Process Online

Prevent Adsense Account Blocking :- Google Adsense Account को Block होने से कैसे बचाएं?

Google Optimize क्या है, Google Optimize का उपयोग कैसे करें?

The post Income Tax History : भारत में कब से शुरू हुआ था Income Tax appeared first on .

]]>
https://www.hindiroot.com/income-tax-history-since-when-was-income-tax-started-in-india/feed/ 0
Pen Drive को Bootable कैसे बनाये? https://www.hindiroot.com/how-to-make-bootable-pendrive/ https://www.hindiroot.com/how-to-make-bootable-pendrive/#respond Thu, 25 Nov 2021 12:02:35 +0000 https://www.hindiroot.com/?p=15173 How To Make Bootable Pendrive Of Windows 7/8/10/11

The post Pen Drive को Bootable कैसे बनाये? appeared first on .

]]>
हमारे Computer में Windows को install करने के लिए पहले CD या DVD का इस्तेमाल करते थे लेकिन अब जमाना बदल गया है. अब लोग Windows install करने के लिए CD या DVD का उपयोग नहीं करते बल्कि Pen Drive का उपयोग करते हैं. Windows को install करने के लिए हमें एक Bootable Pen Drive की जरूरत होती है. आप सोच रहे होंगे की Bootable Pen Drive क्या होती है? What is a Bootable Pen Drive तो Bootable Pen Drive Normal Pen Drive की तरह ही होती है लेकिन इसे Bootable बनाना पड़ता है.

Booting क्या है? What is Booting

जब हम अपने Computer को Start करते हैं तो इसमें कुछ ऐसे Operations होते हैं जो हमारा Computer खुद करता है. इसमें हम कोई Command नहीं देते हैं. इन्हीं Operations को Booting कहा जाता है. Booting की Process में System सभी Hardware और Software को सही ढंग से Check करता है. वो पता लगाता है की सभी चीजे सही ढंग से काम कर रही हैं या नहीं.

Booting की Process में सभी Files जिन्हें Store किया जाता है उन्हें ROM Chip में उन्हें Load किया जाता है ताकि वो System में सही रूप से Run कर सके. साथ ही System उन सभी File की information को Reed करती है जिन्हें ROM Chip में install किया जाता है.

Booting के प्रकार – Types of Booting

– Warm Booting
– Cold Booting

Warm Booting क्या है? What is Warm Booting

Warm Booting का मतलब होता है Computer को Restart करना. इसे Soft Booting भी कहा जाता है. एक Warm Booting को Operating System से initiate किया जाता है. अगर आप अपने Computer को Warm Boot करना चाहते हैं तो आपको उसे सीधे तौर पर ON नहीं करना है बल्कि उसे Restart करना है. अधिकतर लोग Warm Booting का ही प्रयोग अपने Computer को Off करने के लिए करते हैं.

Cold Booting क्या है? What is Cold Booting

Cold Booting का मतलब Computer को चालू करने से होता है. इसे Hard Booting भी कहा जाता है. इसका मतलब होता है की आप Computer को सीधे तौर पर ON कर रहे हैं. यानि जब Computer पूरी तरह बंद है. उसमें कोई Power Supply नहीं है तब आप ON Button की मदद से उसे ON कर रहे हैं तो इस तरह Computer के चालू होने को Cold Booting कहा जाता है. Cold Booting के लिए पावर Button का उपयोग जरूरी है.

Booting कैसे काम करती है? How Does Booting Work

आपके Computer में आपका Operating System हमेशा Hard Disc में Locate होता है लेकिन ये Hard Disc से Operate नहीं होता है क्योंकि Secondary Storage Device काफी Slow होते हैं. इसलिए उसे RAM में Load किया जाता है. RAM इसे आसानी से जल्दी Process कर देती है. Booting की Process में OS को Load किया जाता है. जब आप Power On करते हैं तो आपको सबसे पहले Company का लोगो दिखाई देता है. इस लोगो दिखने की Process में ही आपका OS Special Location पर Load हो जाता है और कुछ ही देर में आपका Computer शुरू हो जाता है.

Pendrive को Bootable कैसे बनाए? How to Make Pendrive Bootable

Computer के खराब होने पर या Windows के Corrupt हो जाने पर आपको NEW Windows डालने की जरूरत पड़ती है जिसके लिए आपके पास Bootable Pen Drive होना जरूरी है. कुछ सालों पहले आप CD या DVD के जरिये अपने Computer में Windows को install कर लिया करते थे लेकिन आजकल Computer में DVD Driver ही नहीं आ रहे हैं जिसके कारण Pen Drive का उपयोग किया जाने लगा है. अगर आप भी Pen Drive की मदद से अपने Computer में Windows को install करना चाहते हैं तो आपको पता होना चाहिए की Normal Pen Drive को Bootable Pen Drive कैसे बनाते हैं.

Complete Process of Making Bootable Pendrive in Hindi

Bootable Pen Drive आप दो तरह से बना सकते हैं.

Rufus software की मदद से
ISO Run Command की मदद से.

Rufus की मदद से Bootable Pen Drive कैसे बनाएं? How To Make Bootable Pen Drive Using Rufus

इस Software की मदद से अपनी Pen Drive को Bootable बनाने के लिए सबसे पहले अपने Computer में Rufus Software को इस Link https://rufus.ie/ के जरिये Download करें. इस Software का size 1 MB से 2 MB के बीच में है आप इसे आसानी से Download कर सकते हैं.

इसे Download करने के बाद आप Pen Drive को अपने Computer या Laptop में लगाएँ. और साथ में Rufus file Software को Run करें. इसके बाद Software में DVD icon पर Click करें और Windows ISO file को Select करें.

इसके बाद Start पर Click करें और कुछ समय तक इंतज़ार करें. पूरा Process Complete होने में कुछ समय लगता है जब तक ये पूरा न हो तब तक इसे बंद न करें. Process जब पूरा हो जाए तो इसका मतलब है की आपका Pen Drive Bootable बन गया है. अब आप इसकी मदद से windows को install कर सकते हैं.

Run Command से Bootable Pen Drive कैसे बनाएं? How To Make Bootable Pen Drive With Run Command

इसके लिए सबसे पहले अपने Computer में Pen Drive को लगाएँ. इसके बाद Start Menu पर Click करें और Run को Open करें. Run में CMD Type करें. इसके बाद ये आप इसमें Diskpart Type करें और Enter दबाएँ. अब ये आपसे परमिशन माँगेगा. आप Yes पर Click करें.

अब आपको Type करना है List Disk और फिर Enter Press करना है. अब आपके Computer में जिनते भी Drive हैं वो आपको यहाँ नजर आ जाएंगे. यहाँ पर आपको दो तरह के Drive नजर आएंगे. एक आपकी Hard Disc रहेगी जिसका Size ज्यादा होगा और दूसरी आपकी Pen Drive होगी जो अपने Size के अनुसार ही Size बताएगी.

अब आपको Disc को Select करना है तो इसके लिए आप जो नाम आपके Pen Drive वाली Disc के सामने लिखा हुआ है वही आपको लिखना है जैसे Select Disk 1. इसके बाद ये Disc Select हो जाएगी. अब आपको Clean Type करना है और फिर Enter दबाना है. एक बात का हमेशा ध्यान रखें की आप कभी भी अपनी Hard Disc को न Select करें. अगर आपने Hard Disc को Select किया तो उसका पूरा Data खत्म हो जाएगा.

Disc को Clean करने के बाद आपको Pen Drive Bootable के लिए Partition करना पड़ता है. इसके लिए आपको Create partition primary Type करना है और Inter Press करना है. अब आपको Select Partition 1 और फिर Inter Press करना है और ध्यान रहे spelling सही हो.

Partition Select करने के बाद आपको इसे Active करना है. आपको Command लिखना है Active और Inter Press करना है. इसके बाद आपको इस Pen Drive को NTFS Files System में Format करना है इसके लिए आपको Command लिखना है. Format fs= ntfs quic और Inter Press करना है और थोड़ा Wet करे जब तक ये 100 % न हो जाए. इसके बाद आपके पास Successful का Message आएगा इसके बाद आप इस Command को बंद कर दें.

इस तरह आपकी  Bootable Pen Drive बन जाएगी. इसके बाद आपको window का Set-up अपनी Pen Drive के अंदर Copy करना है. Copy होते ही Pen Drive पूरी तरह Bootable बन जाएगा इसके बाद आप इसकी मदद से window install कर सकते हैं.

Pen Drive में Lock या Password कैसे लगाएँ तथा हटाएँ?

Pen Drive का Data कैसे Recovery करें, डाटा रिकवर करने वाला Software

Without Software Pendrive Ka Password Kaise Set Kare

Bounce Rate क्या है और इसे कैसे कम करे?

The post Pen Drive को Bootable कैसे बनाये? appeared first on .

]]>
https://www.hindiroot.com/how-to-make-bootable-pendrive/feed/ 0